खाद्य संकट से गुजर रहा चीन, खाना छोड़ा… तो भरना पड़ेगा एक लाख रुपए का जुर्माना
चीन। पिछले कुछ महीनों में दुनिया के कई देशों के साथ चीन के संबंधों में खटास आई है। अमेरिका के खिलाफ ट्रेड वॉर के अलावा चीन भारत के साथ लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनातनी जारी है। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान जैसे देश भी चीन को संदेह भरी नजरों से देख रहे हैं। इससे चीन के आयात-निर्यात पर असर पड़ा है।
कोरोना महामारी के दौर में हालात और खराब हो गए है। ऐसे हाल में चीन खाद्य संकट से गुजर रहा है। चीन के खाद्य संकट को इस बात से समझा जा सकता है कि तनाव के बावजूद चीन ने भारत से चावल आयात करने का फैसला किया है। अब इसका मुकाबला करने के लिए चीन ने नई पॉलिसी बनाई है। वहां खाना बर्बाद करने पर लोगों और रेस्टोरेंट्स पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह सब राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ‘ऑपरेशन एम्प्टी प्लेट के तहत किया जा रहा है, ताकि लोगों को उतना ही खाने को प्रेरित किया जाए, जितने की उन्हें जरूरत है।
लोगों की संख्या से ज्यादा डिश ऑर्डर नहीं कर सकेंगे
नई पॉलिसी के मुताबिक, रेस्टोरेंट में खाना खाने वाला कोई समूह अपने सदस्यों की संख्या से ज्यादा डिश ऑर्डर नहीं कर सकता है। नए नियमों में प्लेट में खाना छोडऩे पर 10 हजार युआन (करीब 1.12 लाख रुपए) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। रेस्टोरेंट्स को भी यह कानूनी ताकत दी जाएगी कि वे खाना छोडऩे वालों पर जुर्माना लगा सके।