चीन ने पैंगोंग झील इलाके में यथास्थिति बदलने के भारत के आरोपों को किया खारिज
चीन ने लद्दाख में पैंगोंग झील के पास यथास्थिति को बदलने के भारतीय सेना के आरोप को खारिज कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने कहा कि चीन के सैनिक हमेशा से कड़ाई से वास्तविक नियंत्रण रेखा का पालन करते हैं। वे कभी एलएसी को पार नहीं करते हैं। दोनों ही तरफ की सेनाएं वहां की स्थिति को लेकर बातचीत कर रही हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों पक्ष आपस में बैठक कर रहे हैं, इस झाओ लिजिन ने कहा, ‘दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से संपर्क में हैं। अगर कोई बातचीत हो रही है तो उसके बारे में हम समय पर जानकारी साझा करेंगे।’ बता दें कि चीन ने एक बार फिर से भारत के साथ बातचीत के नाम पर लद्दाख के पैंगोंग झील इलाके में छूरा घोपने की कोशिश की। बड़ी संख्या में चीनी सेना के जवानों ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर रात के समय में यथास्थिति को बदलने की कोशिश की।
भारतीय सेना ने विफल की चीन की कार्रवाई
ड्रैगन की इस नापाक साजिश को भारतीय सेना ने जोरदार कार्रवाई करते हुए विफल कर दिया। यही नहीं भारतीय सेना ने तत्काल इलाके में और ज्यादा सैनिकों को भी तैनात कर दिया। भारत लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि एलएसी पैंगोंग झील के फिंगर 8 तक जाती है और चीनी सैनिकों का फिंगर 4 और 5 में तैनाती पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
बता दें कि सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि चीन ने दो महीने पहले ही इस झड़प की तैयारी करनी शुरू कर दी थी। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa ने दो महीने पहले चीनी सेना की तैयारियों को सैटलाइट तस्वीरों के जरिए खुलासा कर दिया था। इन तस्वीरों में नजर आ रहा है कि पैंगोंग के दक्षिणी तट पर चीन ने अपने कई पोस्ट बना लिए थे। यही वह इलाका है जहां पर चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के पास न केवल चीनी सैनिक तैनात थे बल्कि उनकी मदद के लिए बड़ी संख्या में सैनिक पूरे पैंगोंग इलाके में नजर आए थे।