VIDEO: स्कूल के प्राचार्यों ने बिना किसी आदेश के कोरोना काल में लिया एडमिशन फीस, नहीं दिया कोई रसीद… परिजनों ने शिक्षा अधिकारी का घेराव कर सौंपा ज्ञापन
संवाददाता: कामिनी साहू राज
राजनांदगांव: ज्ञात है कि वनांचल ब्लाक छुरिया क्षेत्र किसी न किसी तरह सुर्खियों में रहता है। इसी क्रम में ब्लाक के लगभग सभी हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्यों द्वारा कोरोना काल मे भी एडमिशन फीस ले लिया गया है जो कि नियम के विरुद्ध है।
एक तरफ सरकार बच्चों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने में जुटी हुई है वहीं दूसरी तरफ ब्लाक के शिक्षा विभाग पूरी तरह विपरीत दिशा में चल रहा है। कोरोना काल जैसे विकट परिस्थितियों में बच्चों की मदद करने के बजाय बच्चों से जबरन फीस वसूला गया है जो कहीं न कहीं संदेह के घेरे में नजर आते हुए दिखाई देती है।
फीस तो लिए लेकिन कोई रसीद नही दिए
क्षेत्र के बच्चो का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा फीस तो लिए हैं लेकिन कोई रसीद भी नही दिया गया है । और तो और अब फीस ले भी लिए होंगे तो कोई बात नही,लेकिन बच्चो को वापस भी नही किया जा रहा है, और तो और अब एग्जाम फीस भी भरने के लिए अलग से शिक्षा विभाग द्वारा फरमान जारी कर दिया गया है। अब इस कठिन समय मे दोहरी मार बच्चों के माथे में ठोका जा रहा है। अभी समय ऐसे है कि खेती किसानी के समय मे किसी भी पालक के पास पैसे नही है, धान अभी बिका नही, तो अपने बच्चों का फीस भरे तो कैसे भरें? यह सवाल प्रत्येक पालक के मन मे चिंता का विषय बन गया है
फीस के बारे में सवाल पूछने पर गोल मोल जवाब देते हैं प्राचार्य
माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के द्वारा कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आया है फिर भी फीस वसूलना सन्देह के घेरे में नजर आता दिखाई देते हैं। आसपास के स्कूलों में भी कुछ ही स्कूल को छोड़कर अधिकतर स्कूलों में बच्चों से एडमिशन के नाम पर फीस वसूला गया है । पूछने पर गोल मोल जवाब देते हैं प्राचार्य क्योंकि उनके पास कोई ठोस जानकारी ही नही है, फीस तो।लिए हैं लेकिन किसी भी बच्चे को रसीद नही दिया गया है और न ही फीस वापस होगी इसकी कोई गारंटी भी नही दे रहें हैं। जो ज़मझ से परे हैं? हमने क्षेत्र के बहुत सारे स्कूलों में संपर्क किये लेकिन एक तरह की बाते निकालकर सामने आई।कि बिना कोई आधिकारिक सूचना के फीस लिया गया। लेकिन वापस कब होगी इसकी कोई जानकारी नही।
एडमिशन के नाम पर इतनी बड़ी बड़ी राशि विधार्थियों से लिया गया लेकिन शिक्षा अधिकारी को पता नही
बिना किसी आधिकारिक आदेश के एडमिशन के नाम पर इतनी बड़ी बड़ी राशि हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के बच्चों से लिया गया लेकिन ब्लाक के इतने बड़े शिक्षा अधिकारी को कानो-कान खबर नही लगा ? जो कि सन्देह के घेरे में नजर आता दिखाई देता है! ब्लाक शिक्षा अधिकारी छुरिया में पदस्थ -लाल जी दिवेदी को पूछने पर गोल- मोल जवाब देने लगे और अभाविप के नगर मंत्री मुकेश मंडावी को फोन पर पूरी जानकारी देने की बात उन्होंने कह दिया।
अभाविप ने सौंपा ज्ञापन, तीन दिन में छात्रों के पैसे वापस नहीं हुए तो करेंगे उग्र आंदोलन
अभाविप छुरिया के नगर मंत्री मुकेश मंडावी के नेतृत्व में ब्लाक शिक्षा अधिकारी का घेराव करके ज्ञापन सौंपा गया। और इस सम्बंध में स्पष्ठ जानकारी मांगा गया ।और छात्र -छात्राओं से बिना आदेश जबरन पैसे वसूलने वाले प्राचार्यों को निर्देशित किया जाय कि अतिशीघ्र अभी छात्र -छात्राओं के पैसे वापस किया जाए। और एबीवीपी छुरिया ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर तीन दिन के अंदर पैसे वापस नहीं हुए तो नगर में उग्र आंदोलन किया जाएगा।इस ज्ञापन में एबीवीपी के खेमेश्वर साहू, योगेश साहू, प्रदीप निर्मलकर, टाकेश्वर साहू,अनिता साहू, योगिता रामटेके, गंगोत्री यादव, चुरेन्द पटेल,तुषार मंडावी,गुलशन कोले,हरीश चन्द्रवंशी, संतोष जुलेकर, टाकेश्वर चन्द्रवंशी, लीमेश साहू, और छात्र चंद्रशेखर उपस्थित रहे।