Naxal Camp: छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर नक्सली कैंप से मिले 4 लाख रुपये, सभी नोट 2-2 हजार रुपये के
अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सली 2-2 हजार रुपये नोटों को बदल नहीं पाए होंगे और नोट उनके पास ही पड़े रह गए होंगे।
Chhattisgarh Odisha Naxal Encounter: खरियार रोड – ओडिशा के नुआपड़ा जिले के कोमना थानाक्षेत्र के शिवनारायणपुर गांव के पास नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद जवानों ने एक नक्सली कैंप ध्वस्त किया। कैंप से एक पिस्तौल, नकद चार लाख रुपये(2-2 हजार रुपये के नोट) समेत बड़ी मात्रा में सामान बरामद किया गया है। मंगलवार को नुआपड़ा एसपी जीआर राघवेंद्र ने प्रेसनोट जारी कर यह जानकारी दी है।
बता दें कि इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों के विरुद्ध आपरेशन शुरू किया गया था। सोमवार सुबह शिवनारायणपुर गांव के पास सुनाबेड़ा अभयारण्य में नक्सली और स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवानों के बीच पहली मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक एसओजी कमांडो को गोली लगी थी, जिसे रायपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। उसकी हालत अभी खतरे से बाहर है।
इधर, एक दूसरी टीम घटनास्थल से दो से तीन किलोमीटर दूर जंगलों में सर्चिंग कर रही थी। सुबह करीब आठ बजे इस टीम का सामना नक्सलियों के एक समूह से हुआ। नक्सलियों की संख्या 10 से 12 बताई गई है। लंबे समय तक चली मुठभेड़ के बाद जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले।
इस मुठभेड़ में नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचने और कुछ नक्सलियों को गोली लगने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद जवानों ने नक्सली कैंप ध्वस्त किया। इलाके में सर्च आपरेशन जारी है।
कैंप से यह सामान हुआ बरामद
जवानों ने कैंप से एक पिस्तौल, नकद चार लाख रुपये के अलावा चार नग रिवाल्वर राउंड, नौ खाली खोखे, एक रेडियो, एक मल्टीमीटर, 30 छोटी बैटरी, एक मोबाइल चार्जर, चार टार्च, चार जोड़ी नक्सली यूनिफार्म, दस्तावेज, दो टोपी, पांच बेल्ट, तीन जोड़ी जूते, आठ चाकू, एक तीर, एक धनुष, दो स्क्रूड्राइवर, पांच बंडल रस्सी, सात बैग, एक सोलर प्लेट, तीन घड़ी, गुलेल, तीन पानी ड्रम, बाटल, प्लेट, चम्मच आदि बरामद किया है। साथ ही दवाइयां और राशन सामग्री भी जब्त की गई है।
पहली बार मिला इतना कैश, सभी नोट दो-दो हजार
संभवतः जिले में पहली बार नक्सली कैंप से इतना कैश बरामद हुआ है। सारे नोट दो-दो हजार रुपये के है। मई 2023 में आरबीआई ने दो हजार के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। बैंकों इन्हें जमा करने या बदलने की अंतिम तारीख भी जा चुकी है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सली इन नोटों को बदल नहीं पाए होंगे और नोट उनके पास ही पड़े रह गए होंगे। हालांकि, अभी भी दो हजार के नोट लीगल टेंडर है। इन्हें आरबीआई के 19 कार्यालयों में जाकर या डाक से भेजकर जमा या बदली कराया जा सकता है।