छत्तीसगढ़ : बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे 2128 दिव्यांग विद्यार्थी, मिलेगी ये विशेष सुविधा
शिक्षा सत्र 2021-22 में कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को उनकी आवश्यकताओं के आधार पर परीक्षा में समुचित व्यवस्था प्रदान की जाएगी।
रायपुर। शिक्षा सत्र 2021-22 में कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को उनकी आवश्यकताओं के आधार पर परीक्षा में समुचित व्यवस्था प्रदान की जाएगी। शिक्षा सत्र 2021-22 में सामान्य विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 10वीं में 1497 एवं कक्षा 12वीं में 631 सहित कुल 2128 विशेष आवश्यकता वाले बच्चे बोर्ड कक्षा में शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल और समग्र शिक्षा के संयुक्त तत्वाधान में आज उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए वर्चुअल बैठक का आयोजन कर जिला शिक्षा अधिकारियों और संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रोफेसर व्ही.के. गोयल ने जिला शिक्षा अधिकारी और सहायक जिला परियोजना अधिकारी को परीक्षा में शामिल होने वाले विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को दी जाने वाली समस्त सुविधाओं से अवगत कराया। उन्होंने इन हितग्राही बच्चों को अनिवार्य रूप से लाभान्वित करने के लिए निर्देशित किया।
समग्र शिक्षा की प्रबंध संचालक नरेन्द्र दुग्गा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बोर्ड द्वारा निर्धारित सुविधाओं से कोई भी विशेष आवश्यकता वाले बच्चे वंचित न रहे। इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारी संवेदनशीलता के साथ विशेष रूप से प्रयास करें। वर्चुअल बैठक में बताया गया कि दृष्टिबाधित, मूकबधिर, सेरेब्रेल पॉलिसी (मानसिक रूप से निःशक्त) विद्यार्थियों से कक्षा 10वीं व 12वीं में आवेदन शुल्क को छोड़ कर शेष सम्पूर्ण शुल्क पर रियायत दी जाती है। 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले विद्यार्थियों को आवश्यकता के अनुरूप लेखक, वाचक, प्रयोगशाला सहायक की सुविधा प्रदान की जाती है।
ऐसे विद्यार्थी जो हाथ की हड्डी टूट जाने के कारण अथवा हाथ की खराबी के कारण लिखने में सक्षम न हो उन्हें भी लेखक की सुविधा प्रदान की जाती है। यदि परीक्षा केन्द्र द्वारा स्क्राइब, रीडर प्रदान किया जाता है तो उसकी योग्यता परीक्षा के न्यूनतम योग्यता मानदंड से अधिक नहीं होती। यदि विद्यार्थियों को स्क्राइब, रीडर की अनुमति दी जाती है तो उसकी योग्यता उम्मीदवार की योग्यता से एक कक्षा नीचे होती है। दृष्टिबाधित एवं मानसिक रूप से दिव्यांग विद्यार्थियों को निर्धारित समय से डेढ़ घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाता है। दृष्टि बाधित, श्रवण बाधित एवं मानसिक बाधित छात्र तीन भाषाओं की जगह पर दो भाषा का चयन कर सकते हैं। दृष्टि बाधित छात्र गणित एवं विज्ञान के स्थान पर संगीत एवं श्रवण बाधित छात्र चित्रकला का चयन कर सकते हैं।