कलेक्टर का दौरा महज बना औपचारिकता, शासकीय अस्पताल की खामियों को प्रबंधन ने छिपाया, ऐसे में कैसे होगा भला ?
कलेक्टर का दौरा महज बना औपचारिकता, शासकीय अस्पताल की खामियों को प्रबंधन ने छिपाया, ऐसे में कैसे होगा भला
कामिनी साहू
राजनांदगांव।कलेक्टर का दौरा महज बना औपचारिकता, शासकीय अस्पताल की खामियों को प्रबंधन ने छिपाया, ऐसे में कैसे होगा भला ? कामिनी साहू राजनांदगांव राजनांदगांव कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने बसन्तपुर स्थित शासकीय हॉस्पिटल का निरीक्षण कर केवल औपचारिकता निभाई। पूर्व नियोजित कलेक्टर के निरीक्षण की तैयारी पूरी कर ली गई थी।जब मौके पर कलेक्टर पहुंचे तो उन्हें केवल वही दिखाया गया जिसकी तैयारी अस्पताल प्रबंधन ने की थी ।
लेकिन कलेक्टर ने वो सभी चीजें देखने की जरा भी कोशिश नहीं की जिससे अस्पताल प्रबंधन की पोल खुल जाती ।इस अस्पताल में ऐसी कई चीजें हैं जिनके कारण आम आदमी को परेशानी झेलनी पड़ती है। हॉस्पिटल का ड्रेनेज सिस्टम, धूल खा रहीं मशीनें, टूटे हुए बेड्स औऱ जरुरी दस्तावेज जो पड़े-पड़े कचरे में तब्दील हो गईं।
लेकिन इस पर कलेक्टर की निगाह नहीं पड़ी। इस हॉस्पिटल कैम्पस में बने जर्जर मकान में हॉस्पिटल कर्मचारी निवास कर रहे है। जहां कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है।इसके अलावा और भी बहुत कुछ देखने को था लेकिन ना देखा गया और ना ही दिखाया गया। केवल बजट की मांग करते है, सुविधाओं और व्यवस्थाओं को दुरुस्त नही किया जाता है।