'सच्चे मित्र' प्रणब दा के निधन पर बांग्लादेश में एक दिन का राष्ट्रीय शोक
शेख हसीना ने मोदी को लिखे पत्र में संवेदना व्यक्त करे हुए प्रणब दा को ‘सच्चा मित्र’ बताया है। उन्होंने कहा कि प्रणब दा बांग्लादेश के सच्चे मित्र थे। उन्हें बांग्लादेशी लोगों का बहुत प्यार और सम्मान हासिल था। उन्हें 2013 में बांग्लादेश मुक्तियुद्ध सम्मान दिया गया था। बता दे कि भारत में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। दा का अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे लोधी रोड श्मशान घाट में होगा।
शेख हसीना, प्रणव दा और उनकी दिवंगत पत्नी शुभ्रा के काफी करीब थीं। भारत में शरण लेने के दौरान दोनों फैमिली काफी वक्त साथ बिताती थी। हसीना के स्वदेश लौटने के बाद भी यह रिश्त बरकरार रहा। वह शुभ्रा के 2015 में निधन पर खास तौर पर दिल्ली आईं थी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क में जमे खून के थक्के हटाने के लिए उनकी ब्रेन सर्जरी की गई जिसके बाद से वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। बाद में उन्हें फेफड़ों के संक्रमण की वजह से उन्हें सेप्टिक शॉक लगा। बता दें कि सेप्टिक शॉक में ब्लडप्रेशर काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सिजन लेने में नाकाम हो जाते हैं।