VIDEO: खुडमुडा हत्याकांड का पर्दाफाश, मृतक का बेटा ही निकला हत्या का मास्टरमाइंड, एक ही परिवार के 4 लोगो की हत्या की वारदात को दिया था अंजाम
दुर्ग| नसनीखेज खुड़मुड़ा हत्याकांड का दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा ने खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर 2020 को थाना अमलेश्वर में सूचना प्राप्त हुई कि थाना क्षेत्र के ग्राम खुडमुडा खार में स्थित बाडी में बालाराम सोनकर की बहू कीर्तिन सोनकर एवं सास दुलारीबाई की हत्या कर बालक दुर्गेश सोनकर को किसी अज्ञात व्यक्ति ने घायल कर दिया। सूचना पर पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल मुआयना किया। बारिकी से निरीक्षण करने पर बालाराम सोनकर एवं रोहित सोनकर के शव भी बाडी में स्थित पानी टंकी से बरामद किए गए।
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घायल बालक दुर्गेश को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। प्रार्थी संजू सोनकर निवासी ग्राम खुडमुडा की रिपोर्ट पर थाना अमलेश्वर में अपराध क्रमांक 144/2020 धारा 302, 307, 201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। वरिष्ठ अधिकारियो के द्वारा घटना स्थल पहुंच कर पुलिस अधीक्षक दुर्ग एवं विवेचना में लगे अन्य अधिकारियो को दिशा -निर्देश दिए गए थे। विवेचना के बिन्दु तय करते हुए अलग-अलग टीम बनाकर विवेचना की गई। घटनास्थल से फोरेंसिक विशेषज्ञ की टीम के सहयोग से भौतिक साक्ष्य संकलित किया गया तथा घटनास्थल की विडियो रिकार्डिंग की गई।
मृतको के शव का पंचनामा कार्यवाही कर शव का पीएम कराया गया। घटनास्थल से महत्वपूर्ण वस्तुएं जब्त की गई। घटनास्थल के आस-पास के निवासियों से पूछताछ कर जानकारी एकत्र की गई। विवेचना के दौरान घटना के मूल कारणो में पारिवारिक जमीन संबंधी विवाद सामने आया। इसके आधार पर संदेहियो एवं अन्य का वैज्ञानिक परीक्षण गांधीनगर केन्द्रीय फोरेंसिक लेब से कराया गया। परीक्षण उपरांत महत्वपूर्ण तथ्य उजागर हुए।
उन्ही बिन्दुओं को विवेचना का आधार बनाते हुए संदेहियों से पूछताछ की गई। विवेचना के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि संदेही गंगाराम सोनकर ने नरेश सोनकर, योगेश सोनकर एवं रोहित सानेकर को घटना कारित करने के लिए अपने साथ सम्मलित किया। इसके कारण संदेही गंगाराम सोनकर,नरेश सोनकर,योगेश सोनकर एवं रोहित सानेकर को हिरासत में लेकर पुछताछ की गई। उन्होंने बताया कि गंगाराम सोनकर को अपनी सवा एकड़ कृषि भूमि में आने-जाने के लिए रास्ता नहीं होने से अपनी मां मृतिका दुलारीबाई की बाडी से रास्ते की मांग की थी।
इसका मृतिका दुलारीबाई एवं मृतक रोहित (भाई) विरोध करते थे। साथ ही गंगाराम सोनकर के हिस्से की सवा एकड़ कृषि भूमि सोमनाथ के नाम से होने से सोसाइटी में धान बेचने के लिए ऋण पुस्तिका नहीं देने एवं खाता पृथक करने की बात को लेकर भी गंगाराम का विवाद, मां दुलारी से हुआ करता था। गंगाराम ने अपनी मां दुलारी को मारने की धमकी भी दिया था। विवेचना के दौरान घटना से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य जब्त किए गए । तथ्यों के आधार पर आरोपी योगेश सोनकर उम्र 34 साल, नरेश सोनकर उम्र 49 साल,गंगाराम सोनकर उम्र 35 साल,रोहित सोनकर उम्र 35 साल को गिरफ्तार किया गया।