VIDEO: रूपये नही दे पाने के कारण दिव्यांग ने खोया बच्चा: ICU मे भर्ती पत्नी की इलाज के लिए भीख मागने को मजबूर…. पढ़ें पूरी खबर
संवाददाता: कामिनी साहू
राजनांदगांव: राजनांदगांव जिला मेडिकल अस्पताल प्रशासन की लापहरवाही के चलते एक दिव्यांग दम्पति ने अपना बच्चा खोया वही आईसीसीयू मे गंभीर हालात मे भर्ती पत्नी के लिए दिव्यांग पति अस्पताल के सामने भीग मांगने के लिए मजबूर हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ को लेकर कई योजना चला रही है और शासकीय अस्पताल मे मुक्त मे इलाज करने के दिशा निर्देश के साथ बडी_ बडी दवा करती आ रही है लेकिन हम आज राजनांदगांव जिले का सबसे बडा अस्पताल भारत रत्न स्व: अटल बिहारी बाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ब जिला मेडिकल अस्पताल की बात कर रहे है जो हमेशा से विवादों मे घिर रहने का रिकार्ड बना रही है।
आज भी बकरकट्टा थाना क्षेत्र के ग्राम तेंदूभाटा मे रहने वाले दोनो पैरो से दिव्यांग दम्पति राम जस नेताम अपनी पत्नी हेमलता नेताम को डिलवरी के लिए 9 दिसंबर रात जिला मेडिकल काँलेज अस्पताल मे डिलवरी के लिए भर्ती कराया वही रामजस ने आरोप लगाते बताया की डिलवरी वार्ड मे उपस्थित ड्यूटी पर नर्स और डाँक्टर ने 5 हजार रूपये की माँग की और बाहर से दवाई लाने के लिए लिखकर पर्ची दी लेकिन दिव्यांग गरीब बेबस रामराज के पास रूपये की व्यवस्था करने मे असमर्थ रहा जिसके कारण दो दिनो तट पेट मे जींदा बच्चे की मौत हो गई।आँपरेशन के बाद दिव्यांग महिला की हालत गंभीर हो गया और आनन-फानन मे डाँक्टरों ने दिव्यांग महिला को आईसीसीयू मे भर्ती किया।
वही अपनी पत्नी के इलाज के लिए रूपये नही होने पर अस्पताल परिसर के आगे भीग मांगने पर मजबूर हो गया और भीग मांगकर रूपए को इकट्ठा करने में जुट गया हैं। दिव्यांग दम्पत्ति के पत्नी डिलवरी के दौरान रूपये नही देने पर बच्चे की मौत की खबर की बात को अस्पताल प्रबंधक प्रदीप बैग सीरे से नाकार रहे है और बच्चे की मौत किस कारण हुई और रूपये लेने की मांग की बात पर जाँच का हवाला ले रहे है। अब देखना ये हैं की दिव्यांग को इंसाफ मिलेगा या कोई और ऐसे ही लचर व्यवस्था का शिकार बनेगा। संबन्धित मामले से जुड़ी ताजा अपडेट के लिए बने भूपेश एक्स्प्रेस के साथ।