वक़्फ़, मदरसा और उर्दू अकादमी में गैर राजनैतिक व्यक्ति की हो सकती है ताजपोशी,मंत्री अकबर की पसंद का रखा जाएगा ख्याल
रायपुर – छत्तीसगढ़ में निगम मंडल में नियुक्ति को लेकर सत्ता और संगठन के बीच में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस सरकार को 2 साल 17 दिसंबर को पूरे हो जाएंगे। लेकिन अभी भी निगम मंडल के दावेदारों का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके पीछे की वजह यह है कि निगम मंडल में कुछ मंत्रियों के द्वारा अपने रिश्तेदारों को पद दिलाने की लालसा है। कुछ मंत्रियों ने अपने करीबी गैर राजनीतिक व्यक्ति का नाम आगे बढ़ाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मुस्लिम समुदाय से जुड़े हुए चार निगम मंडल में नियुक्तियां होनी है जिसमें सीधे तौर मंत्री मोहम्मद अकबर का प्रभाव है मोहम्मद अकबर ने कुछ गैर राजनीतिक व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा जिसको लेकर विरोध है। दरअसल छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड, मदरसा बोर्ड, उर्दू अकादमी में अध्यक्ष पद खाली हैं। जिसमें मुस्लिम नेताओं को ही तवज्जो मिलनी चाहिए । लेकिन कुछ रिटायर्ड अधिकारियों के नाम का प्रस्ताव रखा गया है। इसको लेकर राजनीतिक हलकों में एक चर्चा तेज हो गई है कि उन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का क्या होगा जो 15 सालों तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार में संघर्ष करते रहे हैं अब देखना यह है कि 15 साल तक कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलती है या मंत्रियों के करीबी और रिश्तेदारों को लेकिन ऐसा होता है तो आने वाले वक्त में कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।