विधानसभा सत्र – सदन में भूपेश और अरुण साव भिड़े, विपक्ष का वॉकआउट
रायपुर – छत्तीसगढ़ में विधानसभा का शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र के दौरान सदन में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम अरुण साव भिड़ गए। बिना टेंडर के पुल के निर्माण को लेकर हंगामा हो गया। सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। गड़बड़ी करने वाले पर कार्रवाई की मांग की गई और विपक्ष ने सदन में जमकर नारेबाजी की। इसके बाद विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए वॉक आउट कर दिया।
सुकमा और दंतेवाड़ा के सरहदी गांवों में पुलिया निर्माण का मुद्दा भी सदन में जमकर गर्माया। विधायक कवासी लखमा ने यह मुद्दा उठाया है। लखमा ने पूछा कार्य की निर्माण एजेंसी किसने बनाई, दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की क्या स्थिति है। क्या पहले पुल बनाया जाएगा, इसके बाद टेंडर होगा।
इस पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने जवाब देते हुए कहा कि दो स्थान हैं एक सुकमा और एक दंतेवाड़ा जिले में आता है, परिया और मुलेर। जहां अचार संहिता प्रकरण शील थी। शिकायत के बाद काम रोक दिया गया। इसमें आगे कोई निर्माण नहीं हुआ है। निविदा जब खुलेगी तब आगे का निर्माण होगा। यह निर्माण भरता सरकार ने स्वीकृत की है। PWD बना रहा है दोनों जगहों के कलेक्टर से कार्य स्वीकृत हैं।
कवासी लखमा ने पूछा इन लोगों ने बिना स्वीकृति, बिना ऑर्डर के रोड बनाया है। ये पुल ज्यादा रेट से बन रहा है और एक नाले में 3 पुल क्यों बनाया जा रहा है। आचार संहिता के समय जल्दी जल्दी जिस इंजीनियर से काम कराया, जिसका विरोध गांव वालों ने किया तो कार्य रुका, फिर से टेंडर उसी इंजीनियर को दिया गया है क्या उस पर कार्यवाही करेंगे?
केवल कमीशन के लिए पुलिया बनाया जा रहा है क्या? जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है। सब इंजीनियर क्या सरकार से बड़ा है क्या दोनों अधिकारियों पर कार्यवाही करेंगे?