कांग्रेस ने पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर उठाया सवाल, कहा- पुलिस की पिटाई से हुई है मौत, सीएम साय ने कांग्रेस नेताओं को दी ये सलाह…
रायपुर – बलरामपुर में युवक की पुलिस कस्टडी में फांसी से लटकी लाश मिलने के बाद हुए बवाल के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज एक दिन पूर्व ही वहां पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। रायपुर लौटने के बाद कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता का संबोधित करते हुये दीपक बैज ने कहा कि इस घटना को लेकर पुलिस का दावा है कि गुरुचरण की मौत बाथरूम में फांसी लगाने से हुई है, जबकि सारे तथ्य बताते हैं कि युवक गुरुचरण मंडल की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है।
गुमशुदा के मामले में पूछताछ के नाम पर प्रताड़ना
दीपक बैज ने बताया कि मृतक गुरुचरण मंडल, जिसकी पत्नी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। इसकी शिकायत दर्ज होने के बाद गुरुचरण मंडल को उसके पिता के साथ पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया था। मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने 4 दिनों से उसे तथा उसके पिता को थाने बुलाया तथा उन्हें थाने में हिरासत में रखा था।
गुरुचरण मंडल के पिता का कहना है कि पिछले 20 दिनों से मेरी बहू लापता है और मैं अपने बेटे के साथ तीन दिनों तक हिरासत में रहा। पुलिस ने हमें बेरहमी से पीटा। बलरामपुर पुलिस की वजह से मैंने अपने बेटे को खो दिया।
बैज ने पूछे ये सवाल…
दीपक बैज ने मीडिया के समक्ष तथ्यों को रखते हुए कुछ सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को पुलिस 24 घंटे से अधिक समय तक हिरासत में नहीं रख सकती। गुरुचरण मंडल, उनके पिता तथा एक अन्य को चार दिनों तक थाने में हिरासत में क्यों रखा गया? उन्हें 24 घंटे के भीतर कोर्ट में क्यों प्रस्तुत नहीं किया गया?
बैज ने कहा कि मृतक के पास टॉवेल (तौलिया) कहां से आया जबकि उसके पिता का कहना है उसके पास कोई टॉवेल नहीं था? मृतक के शरीर का पंचनामा परिजनों व परिचितों के सामने क्यों नहीं किया गया? मृतक के परिजन शव को दफनाने की मांग कर रहे थे, मगर पुलिस उसे जलाना क्यों चाहती थी, हालांकि बाद में दबाव के कारण शव को दफनाया गया। मृतक के शव को थाने से अस्पताल ले जाते समय उसके पिता ने देखा जरूर, लेकिन उसकी मौत की जानकारी थाने में उनको क्यों नहीं दी गई ?
कांग्रेस पार्टी ने की ये मांग
कांग्रेस पार्टी ने यह मुद्दा उठाते हुए मांग की है कि इस मामले की उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच कराई जाये। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी तथा टीआई की भूमिका संदिग्ध है, उन सबके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये। मृतक के शरीर का डॉक्टरों का दल बना कर फिर से पोस्टमार्टम कराया जाये।मृतक के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा दिया जाये। प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था की नैतिक जिम्मेदारी लेकर मुख्यमंत्री इस्तीफा दें और गृह मंत्री को बर्खास्त किया जाये।
कांग्रेस छेड़ेगी जन आंदोलन
दीपक बैज ने बताया कि बलरामपुर की घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी आज 27 अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालयों में पुतला दहन करेगी, 28 अक्टूबर को सभी जिला कांग्रेस कमेटी में पत्रकारवार्तायें होंगी तथा 3 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
सीएम साय ने दी संयम बरतने की सलाह
कस्टोडियल डेथ को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत के बयान पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को संयम बरतने की सलाह देते हुए कानून को अपने हाथ में नहीं लेने कहा है। उन्होंने बलरामपुर की घटना को लेकर कहा कि महिला गायब हुई थी। उसके पति को पूछताछ के लिए बुलाए थे। इस मामले पर जांच की जा रही है कि मामला क्या है|