रायपुर में आंखों की नकली दवाइयों का हुआ भंडाफोड़, 100 रूपये में बेची जा रही थी 10 रूपये की दवा
राजधानी में आंखों के इंफेक्शन की नकली दवा (Fake Eye Drop) बनाने और बेचने वालों पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने रायपुर में नकली दवाओं के सप्लायर के साथ एक मेडिकल स्टोर पर दबिश देकर भारी मात्रा में नकली आइ ड्राप जब्त किया है। मिलावटी दवा की री पैकिंग कर ऊंची कीमत पर बेचा जा रहा था।
सहायक औषधि नियंत्रक बसंत कुमार कौशिक ने बताया कि तेलीबांधा में संचालित एक मेडिकल स्टोर्स से नकली आइ ड्राप की बेची जा रही थी। इस जानकारी मिलने पर टीम ने दबिश देकर मेडिकल स्टोर से नकली आइ ड्राप को जब्त किया है। इसके बाद टीम ने नकली दवाइयों के सप्लायर शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां कार्रवाई कर भारी मात्रा में नकली आइ ड्राप जब्त की है।
सहायक औषधि नियंत्रक ने जानकारी देते हुए बताया कि छापे के दौरान शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के ठिकानों से भारी मात्रा में प्रिंट मटेरियल जब्त किया गया है। शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स का संचालक पंडरी के एआर प्रिंटर्स से नकली प्रिंट मटेरियल छपवाता था और दूसरी कंपनी की आइ ड्रॉप्स पर चिपकाकर बिक्री करता था। 10 रुपए की दवा में 100, 50 और 200 रुपए का स्टीकर लगाकर मुनाफाखोरी की जा रही थी।
इस मामले में नकली दवाओं की बिक्री के कारोबार में संलिप्त सप्लायर के खिलाफ कार्रवाई जारी है। सहायक औषधि नियंत्रक ने बताया कि नकली दवाओं के कारोबार में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है।