डिप्टी डायरेक्टर निलंबित: सुकमा, कोण्डागांव और महासमुंद के अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी
समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा है कि जरूरतमंदों को समय पर सामाजिक सहायता योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
रायपुर। समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा है कि जरूरतमंदों को समय पर सामाजिक सहायता योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को मैदानी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन में कसावट लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी दो माह के भीतर सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति दिखनी चाहिए। लापरवाही मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। भेंड़िया आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं।
भेंड़िया ने समीक्षा बैठक में कोरबा जिले में योजनाओं की संतोषजनक प्रगति नहीं पाए जाने और बैठक में अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए विभागीय उप संचालक बेलार मिंज बेक को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सुकमा के जिला अधिकारी की अनुपस्थिति, कोंडागांव जिला अधिकारी द्वारा अधूरी जानकारी भेजने पर और महासमुंद के बहु विकलांग गृह के अधीक्षक को संस्था में बच्चों के कम प्रवेश पर भी गहरी अप्रसन्नता व्यक्त की I उन्होंने कोंडागांव और सुकमा के जिलाधिकारी और महासमुंद के बहु विकलांग गृह के अधीक्षक को कारण बताओं नोटिस देने के निर्देश दिए। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग के सचिव भुवनेश यादव और संचालक रमेश कुमार शर्मा भी उपस्थित थे।
भेंड़िया ने कहा कि राज्य सरकार ने निराश्रितों, दिव्यांगों, उभयलिंगी समुदाय के लिए योजनाएं संचालित कर रही है। इसका लाभ सभी जरूरतमंद व्यक्तियों को समय पर मिलना सुनिश्चित करें। राज्य सरकार जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए पैसा खर्च कर रही है, जिसका लाभ लोगों तक पहुंचना चाहिए। अधिकारी बेहतर काम कर के दिखाएं। दो महीने बाद काम-काज की फिर समीक्षा होगी। योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने और अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने शासकीय संस्थाओं में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए तृतीय लिंग समुदाय के प्रशिक्षित व्यक्तियों को लेने पर भी सहमती जतायी।