रमन सिंह को सीएम भूपेश ने कुछ इस अंदाज़ में दिया जवाब
झारखंड की सियासी गर्मी ने छत्तीसगढ़ की राजनीति को भी गरमा दिया है।
झारखंड की सियासी गर्मी ने छत्तीसगढ़ की राजनीति को भी गरमा दिया है। बीजेपी झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ में लाये जाने से लेकर उनके आवभगत को लेकर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर चुनौती भरे अंदाज में कहा है कि छत्तीसगढ़ को अय्याशी का अड्डा मत बनाइए।
वहीं बुधवार सुबह हिमाचल प्रदेश रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बीजेपी के आरोपों और रमन सिंह को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, जब भाजपा दूसरे दलों के विधायकों को उठाकर ले जा रही थी तो रमन सिंह चुप क्यों थे? सीएम बघेल यहीं नहीं रुके और कहा कि बीजेपी पहले झारखंड में हॉर्स ट्रेडिंग जो कर रही है वो रोके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के सीनियर ऑब्जर्वर के तौर पर कांग्रेस की बैठक लेने शिमला रवाना हुए हैं। दिन भर की बैठकों के बाद उनके शाम तक रायपुर लौट आने का कार्यक्रम है। रायपुर हवाई अड्डे पर रवाना होने से पहले उन्होंने डॉ. रमन सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, डॉ. रमन सिंह को यह देखना चाहिए कि कर्नाटक के विधायक, महाराष्ट्र के विधायक, राजस्थान के विधायक ,मध्यप्रदेश के विधायक, दूसरी पार्टी के विधायक जब उठा उठाकर ले गए तब उनकी बोलती बंद क्यों थी? वो चुप क्यों थे? उस समय बोलना था! ये तो हमारी पार्टी के लोग हैं। हमारे गठबंधन के लोग हैं। इसमें उनको तकलीफ क्यों हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, उनको (डॉ. रमन सिंह) तकलीफ हो रही है क्योंकि अगर खुला छोड़ देते तो वो वहां खरीद फरोख्त करते। मुख्यमंत्री ने कहा, अन्य राज्यों में जब खरीद फरोख्त हो रही थी डॉ. रमन सिंह चुप क्यों थे? जिस प्रकार से महाराष्ट्र में बात चल रही है पचास खोखा, झारखंड में बात चल रही है बीस-बीस खोखा रमन सिंह जी उसका जवाब दें। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा हार्स ट्रेडिंग कर रही है। उसकी वजह से झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ लाया गया है।
रमन सिंह ने मंगलवार शाम यह पोस्ट किया था
दरअसल मंगलवार को आबकारी विभाग की एक गाड़ी से नवा रायपुर के मेफेयर रिसार्ट में शराब भेजे जाने का मामला सामने आया था। झारखंड के विधायकों को उसी रिसॉर्ट में ठहराया जाना था। इसी से जोड़कर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा, भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए! छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हैं। असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायको का डेरा। इन अनैतिक कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी।