बड़ी खबर: ‘ऑपरेशन बुलबुल’ में नक्सल कमांडर की मौत, दस लाख का ईनामी नक्सली समेत 9 गिरफ्तार…
झारखंड के लोहरदगा एवं लातेहार जिलों में बारह दिनों तक माओवादियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन बुलबुल’ चलाया गया
रांची। झारखंड के लोहरदगा एवं लातेहार जिलों में बारह दिनों तक माओवादियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन बुलबुल’ चलाया गया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने कम से कम दस मुठभेड़ों में दस लाख रुपये के ईनामी नक्सली जोनल कमांडर बलराम उरांव समेत 9 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। वहीं एक शीर्ष नक्सली को भी मार गिराया है। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किये गए है।
यहां झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक एवी होमकर ने बताया कि आठ फरवरी को लोहरदगा एवं लातेहार के बुलबुल जंगलों में शुरू हुए इस ‘ऑपरेशन बुल बुल’ अभियान में सुरक्षा बलों को भारी सफलता मिली और उन्होंने पूरे इलाके में न सिर्फ नक्सलियों की कमर तोड़ दी बल्कि लगभग पूरे इलाके से उन्हें खदेड़ दिया।
उन्होंने बताया कि 21 फरवरी को खतम हुए इस नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों के साथ कार्रवाई में शामिल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा बटालियन के तीन जवान आइईडी विस्फोट में घायल हुए। उन्होंने बताया कि इस दौरान सुरक्षा बलों ने एक शीर्ष माओवादी को मार गिराया, जिसकी पहचान की जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि सुरक्षा बलों ने नौ संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा जिनकी पहचान कराने पर पता चला कि, उनमें माओवादियों का जोनल कमांडर दस लाख रुपये का ईनामी बलराम उरांव, सबजोनल कमांडर दशरथ सिंह खेरवार, एरिया कमांडर मारकुश नगेसिया, शैलेश्वर उरांव, मुकेश कोरवा, विरेन कोरवा, शैलेन्द्र नगेसिया, संजय नगेसिया और शीला खेरवार शामिल हैं।
पकड़े गये नक्सलियों एवं उनके नष्ट किये गये अड्डों से सुरक्षा बलों ने एक अमेरिकन आटोमेटिक राइफल, एक इंसास राइफल, 315 बोर की एक राइफल, एक कारबाइन, एक पिस्तौल, तमाम हथियारों की 1678 गोलियां, एसएलआर की 13 मैगजीन, इंसास राइफल की चार मैगजीन, लाइट मशीनगन की दो मैगजीन, अनेक ग्रेनेड, चार वायरलेस सेट आदि सामान बरामद किया है।