December 23, 2024

VIDEO: स्थानीय पार्षद स्वाच्छता दीदीओं को मारपीट करने के देते है धमकी, सुपरवाइजर लगाते हैं फर्जी हाजरी… पढ़ें पूरी खबर

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संवाददाता :  कामिनी साहू

राजनांदगांव| नगर निगम क्षेत्र के 20  एस.एल.आर.एम. सेन्टरों ( गारबेज क्लीनिक )  का निर्माण किया गया जिस से सिटी क्लीन रहे। और महिलाओं को रोजगार मिले।लेकिन  गारबेज सेंटर में हर दिन एक विवादित मामले जुड़ रहे हैं। आज फिर एक मामला शहर के इंदिरा नगर स्थित गारबेज सेंटर का तुल पकड रहा हैं।

देखें वीडियो:

https://youtu.be/sMm5_pvIJvo

इसी गारबेज सेंटर स्वच्छता दीदीयों और सहायक महिला सुपरवाइजर  का कहना है कि इनका बेवजह ही ट्रांसफर कर दिया गया है। इतना ही नहीं इन्होंने आरोप भी लगाया है कि स्थानी पार्षद और गारबेज सेंटर के सुपरवाइजर की मिलीभगत से इनका ट्रांसफर किया गया है। वहीं वार्ड के पार्षद स्वच्छता दीदीयों और सहायक महिला सुपरवाइजर धमकियां देते हैं। मामले को लेकर सारे स्वच्छता  दीदी सहायक सुपरवाइजर निगम कमिश्नर के पास पहुंची है।वही  निगम कमिश्नर ने कहा कि जांच करवाएंगे जिसके बाद ही कुछ कर पाएंगे।

राजनांदगांव शहर को  स्वच्छ और सुंदर बनाने की परिकल्पना को लेकर नगर निगम क्षेत्र के 20  एस.एल.आर.एम. सेन्टरों ( गारबेज क्लीनिक )  का निर्माण किया गया जिस से सिटी क्लीन रहे। जिससे महिलाओं को  रोजगार मुहैया हो सके। इन सेंटरों में 435 से ज्यादा महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए हरसंभव जी तोड़ मेहनत भी कर रहे हैं। लेकिन अब इन सेंटरों में बड़े खेल भी हो रहे हैं।

आज के मामले को लेकर हम चले तो जिन स्वच्छता दीदी और वाइस सुपरवाइजर ने आरोप लगाया है कि इनकी हाजिरी से लेकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले रसीद बुक में भी खेल हो रहे हैं साथ ही इनके आने जाने का भी कोई ठिकाना नहीं कयोंकि तो हाजरी जानबूझकर काट दी जाती है वही जो सुपरवाइजर के रिश्तेदार होते हैं। उन्हें सेंटर में ही बैठा कर छोटा-मोटा काम देखकर निपटारा किया जाता है।आरोप लगाने वाले महिलाओं की मानें तो वे अपनी समस्याओं को लेकर निगम के अफसरों का दरवाजा खटखटाया लेकिन इसी बीच इनके वार्ड के पार्षद चंपू गुप्ता ने इन्हें निगम में ही धमकी दे डाली जिसके बाद महिलाएं सकते में और डरी हुई है।

 अपनी गुहार लगाने जब वे स्थानीय नेता और अधिकारी के पास जाते हैं तो इनका बेवजह ही ट्रांसफर आज कर दिया गया ।जबकि इनके ट्रांसफर आर्डर में इनका पद स्वक्छता  दीदी का लिख कर दिया गया और इनका पद वॉइस सुपरवाइजर का है।तो कई ऐसे पेच है जिसे अधिकारी और स्थानीय नगर निगम में का बीच सत्ता के लोग नजरअंदाज कर रहे हैं। ऐ कर्मचारी महिलाएं डरी हुई है। अब खुद सुने इन्होंने क्या कहा।

हम आपको यह भी बता दे यह वही सेंटर है जिसमें जनवरी के माह में नगर निगम क्षेत्र के 17 एस.एल.आर.एम. सेन्टरों में आगामी आदेश  गोबर खरीदी बंद कर दी गई थी।। जीसे लेकर इंदिरा नगर स्थित गारबेज  सेंटर में गोबर की खरीदी बंद को लेकर एरिया के लोग सड़क पर उतर आए और लगभग 10 क्विंटल से ज्यादा गोबर सड़क पर फेंक दिया, साथ ही पुरे  सड़क जाम कर दी। और लगातार नारेबाजी कर रहे थे।

फिर कुछ दिनों बाद ही राजनीतिक गर्माहट गोबर खरीदे को लेकर हुई और नेता प्रतिपक्ष,किशुन यदु जो कि भाजपा के पार्षद है उन्होंने निगम में ही मोर्चा खोल दिया और अधिकारियों और महापौर के खिलाफ जमकर हल्ला बोला था आज फिर नेता प्रतिपक्ष किशन यदु ने इन महिलाओं को लेकर कहां की इस सेंटर से मुझे भी कॉल आया था लेकिन किसी पार्षद का इस तरह का रवैया ठीक नहीं है यदि ऐसा ही हाल रहा तो हम महिला सम्मान की बात करना छोड़ दें।

अचानक बेवजह स्वच्छता दिदीयों और सहायक महिला  सुपरवाइजर का ट्रांसफर और धमकियां मिलने के मामले को लेकर हैं। स्वच्छता दिदी सहायक सुपरवाइजर निगम कमिश्नर के पास पहुंची है। कमिश्नर ने हम  जांच करवाएंगे और उसके बाद ही कुछ कर पाएंगे वही कभी इतना ने कहा कि कुछ सेंट्रल से महिलाएं आई थी कुछ जो हमें संज्ञान में हैं।

खुद की जान की बगैर परवाह किए ऐ महिलाएं  सारे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के साथ इस कोरोना के दौर में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं यदि इनकी हाजिरी काटी जाए और इन्हें बेवजह परेशान करें इनका ट्रांसफर कर दिया जाए और धमकी भी दे दी जाए तो भला काम कैसे करें मामला बहुत गंभीर है। ऐसे में केवल महिला दिवस के अवसर पर इन्हें मंच से सम्मान कर देना ही नहीं होता बल्कि इनके अधिकार और इनके सुरक्षा और सम्मान का पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।

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