शूटिंग प्लेयर ने कहा ट्रेनिंग के लिये रायफल नहीं, 5 लाख की आती है, DGP ने दिए तत्काल रायफल खरीदी के निर्देश… पढ़ें पूरी खबर
रायपुर। डीजीपी डीएम अवस्थी की अध्यक्षता में आज खेल के आधार पर क्रम से पूर्व पदोन्नति हेतु समिति बैठक आयोजित की गयी। समिति की बैठक में इकाईयों से प्राप्त खिलाड़ियों के आवेदनों पर चर्चा की गयी। बैठक में 95 आवेदनों पर सभी खिलाड़ियों से समिति के सदस्यों ने एक-एक कर चर्चा की और उनकी खेल उपलब्धियों के बारे में जानकारी ली। समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी आवेदनों पर नियमों के अनुसार चर्चा उपरांत क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान की जाएगी।
बैठक में शूटर हेड कॉन्सटेबल मालती रायकवार ने बताया कि वे 1995 से शूटिंग में हिस्सा ले रही हैं। बिग बोर रायफल कंपटीशन में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। होमगार्ड में सेवा के दौरान शूटिंग के लिये राष्ट्रपति पदक भी मिल चुका है। उन्होंने बताया कि रायफल ना होने की वजह से प्रशिक्षण में परेशानी होती है। एक रायफल की कीमत भी लगभग 5 लाख रूपये होती है। व्यक्तिगत रूप से खिलाड़ी के लिये रायफल खरीदना आसान नहीं है।
इस पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने तत्काल रायफल खरीदी की स्वीकृति देते हुये कहा कि खेल एवं खिलाड़ियों को प्रशिक्षण में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। पुलिस विभाग में जितने भी शूटिंग के खिलाड़ी वे सभी रायफल आने के बाद प्रशिक्षण कर सकेंगे। डीजीपी ने मालती रायकवार को राष्ट्रीय स्तर के शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण हेतु भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने सीआईएसएफ के शूटिंग कोच से फोन पर बात कर मालती को बेहतर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये।
बैठक में एडीजी प्रशासन हिमांशु गुप्ता, एआईजी आर एन दास, सचिव छग ओलंपिक संघ गुरुचरण सिंह होरा, गीता पंत प्रभारी सांई सेंटर रायपुर, सांई राम जाखड़, संजय मिश्रा, बी डी करुपति, राजेश चौहान, नीता डूमरे, राजेंद्र प्रसाद, कृष्णा साहू उपस्थित रहे।