चीन दो महीने से कर रहा था पैंगोंग पर झड़प की तैयारी, सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा
चीन ने एक बार फिर से भारत के साथ बातचीत के नाम पर लद्दाख के झील इलाके में छूरा घोपने की कोशिश की। बड़ी संख्या में चीनी सेना के जवानों ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर रात के समय में यथास्थिति को बदलने की कोशिश की। ड्रैगन की इस नापाक साजिश को भारतीय सेना ने जोरदार कार्रवाई करते हुए विफल कर दिया। यही नहीं भारतीय सेना ने तत्काल इलाके में और ज्यादा सैनिकों को भी तैनात कर दिया। सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि चीन ने दो महीने पहले ही इस झड़प की तैयारी करनी शुरू कर दी थी।
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa ने दो महीने पहले चीनी सेना की तैयारियों को सैटलाइट तस्वीरों के जरिए खुलासा कर दिया था। इन तस्वीरों में नजर आ रहा है कि पैंगोंग के दक्षिणी तट पर चीन ने अपने कई पोस्ट बना लिए थे। यही वह इलाका है जहां पर चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के पास न केवल चीनी सैनिक तैनात थे बल्कि उनकी मदद के लिए बड़ी संख्या में सैनिक पूरे पैंगोंग इलाके में नजर आए थे।
चीन ने कई नए कैंप और रास्ते भी बनाए
यही नहीं तस्वीरों में नजर आया था कि चीन ने कई नए कैंप और रास्ते भी बनाए थे। यही नहीं बातचीत के बाद भी चीनी सेना अब भी पैंगोंग के फिंगर 4 से तीन किलोमीटर की दूरी पर जमी हुई है। हालांकि पहले यह दावा किया गया था कि चीनी सेना फिंगर 4 से फिंगर 5 तक वापस लौट गई है और कुछ चीनी सैनिक ही रिज लाइन पर मौजूद हैं। सैटलाइट तस्वीर के अनुसार, फॉक्सहोल पॉइंट के पश्चिम में 3 किलोमीटर की दूरी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की उपस्थिति बनी हुई है।
वहीं इस कैंप से कुछ किलोमीटर पीछे चीनी सेना के सपोर्ट कैंप भी मौजूद हैं। Detresfa की दूसरी सैटलाइट तस्वीरों के अनुसार, चीन ने लेह से 382 किलोमीटर दूर शिनजियांग प्रांत में होटान एयरबेस को भारत के खिलाफ रणनीतिक रूप से मजबूत कर दिया है। यहां फाइटर एयरक्राफ्ट के अलावा, अर्ली वार्निंग अवाक्स एयरक्राफ्ट और एयर डिफेंस यूनिट्स की तैनाती की गई है।
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलें DF 26/21 तैनात
चीन ने लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच भारतीय सीमा से कुछ ही दूरी पर बड़े पैमाने पर अपनी परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइलें DF 26/21 तैनात कर दी हैं। सैटलाइट से मिली तस्वीरों से पता चला है कि चीन ने अपने शिनजियांग प्रांत के कोर्ला सैन्य ठिकाने पर DF-26/21 मिसाइलें तैनात की हैं। तस्वीरों में ये मिसाइलें बिल्कुल साफ नजर आ रही हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता करीब 4 हजार किलोमीटर तक है और इसकी जद में भारत के ज्यादातर शहर आते हैं।
ओपन इंटेलिजेंस सोर्स Detresfa की ओर से जारी ये सैटलाइट तस्वीरें इस साल जून महीने में ली गई हैं। फेडरेशन ऑफ अमेरिकी साइंटिस्ट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कुर्ला बेस पर पहली मिसाइल अप्रैल 2019 और दूसरी मिसाइल अगस्त 2019 में तैनात की गई थी। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक DF-26 मिसाइलों से लैस चीनी सेना की 646 वीं ब्रिगेड को पहली बार अप्रैल 2018 में तैनात करने का ऐलान किया गया था। इसके बाद जनवरी 2019 में चीनी मीडिया ने घोषणा की थी कि DF-26 मिसाइलों के साथ चीन के पश्चिमोत्तर पठारी इलाके (भारत से सटे) में युद्धाभ्यास किया गया है।