चीनी राष्ट्रपति के आदेश पर चीनी सैनिकों ने पैंगोंग पर कब्जे का किया प्रयास?
चीन के सैनिकों ने कड़कड़ाती ठंड के बीच रात के अंधेरे का फायदा उठाकर लद्दाख के पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर कब्जा करने कोशिश की। चीन की इस खतरनाक साजिश का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। बताया जा रहा है कि दोनों ही तरफ से हजारों की तादाद में सैनिक ताजा संघर्ष में शामिल हुए। यह झड़प ऐसे समय पर हुई जब कुछ घंटे पहले ही चीन के राष्ट्रपति और सेना के सर्वोच्च कमांडर शी जिनपिंग ने तिब्बत की सुरक्षा को लेकर अहम बैठक की है और नए निर्देश जारी किए हैं।
चीन में कुछ घंटे पहले ही तिब्बत को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक हुई है। इस बैठक में शी जिनपिंग ने तिब्बत में स्थिरता और सुरक्षा तथा भारत के साथ लगती सीमा की रक्षा के लिए नीतियां और नए निर्देश जारी किए हैं। शी जिनपिंग की इस बैठक के ठीक बाद पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने रणनीतिक रूप से बेहद अहम पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर रात में कब्जा करने का प्रयास किया।
भारतीय सेना ने चीन के दुस्साहस का करारा जवाब देते हुए चीन के प्रयास को विफल कर दिया। यही नहीं भारतीय सेना ने तत्काल पैंगोंग इलाके में और ज्यादा सैनिकों को भी तैनात कर दिया है। बता दें कि यह वही इलाका है जहां पर चीन दो महीने पहले ही झड़प की तैयारी कर रहा था। विशेषज्ञों के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति से हरी झंडी मिलने के ठीक बाद पीएलए ने पैंगोंग के दक्षिणी किनारे पर कब्जा करने का प्रयास किया।
13 एयरबेस को लगातार अपग्रेड करने में जुटा चीन
चीन ने अपने भारत से लगे हवाई ठिकानों पर परमाणु बम गिराने में सक्षम विमानों से लेकर हमलावर ड्रोन विमान तक तैनात कर दिए हैं। यही नहीं चीन नए एयरबेस भी बना रहा है। चीन भारत से सटे अपने 13 एयरबेस को लगातार अपग्रेड करने में जुटा हुआ है। चीन के ये एयरबेस भारत के लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक के भारतीय इलाकों से सटे हुए हैं। चीन ने लद्दाख से सटे अपने काशी एयरबेस पर जे 11,जेएच7 और ड्रोन विमानों को तैनात कर रखा है। वहीं होटान एयरबेस पर चीन ने जे11, जे 7, अवाक्स और ड्रोन विमानों को तैनात किया है।
नागरी बेस पर चीन के जे11 और ड्रोन विमान तैनात हैं। चीन, भूटान और भारत के ट्राई-जंक्शन एरिया डोकलाम के पास अपनी सैन्य तैयारी को मजबूत कर रहा है। चीन भारत से लगती अपनी सीमा पर कई जगहों पर सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइलें तैनात कर रहा है। चीन ने नाकू ला और डोका ला पास से 50 किमी दूर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को तैनात किया है। भारत भी लगातार इंटेलिजेंसी सर्विलांस और रेकी मिशन कर रहा है। इस सेक्टर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते भारत ने यहां बोईंग P-8 जैसे जेट तैनात कर रखे हैं।
पूरी सीमा पर चीन ने की मिसाइलों की तैनाती
यही नहीं पहले सैटलाइट से मिली तस्वीरों में यह भी साफ नजर आ रहा है कि चीन लद्दाख लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे अपने इलाके में सात हवाई ठिकानों पर बड़े पैमाने पर सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइलें तैनात कर रहा है। चीन ने लद्दाख से सटे अपने रुटोग काउंटी, नागरी कुंशा एयरपोर्ट, उत्तराखंड सीमा पर मानसरोवर झील, सिक्किम से सटे शिगेज एयरपोर्ट और गोरग्गर हवाई ठिकाने, अरुणाचल प्रदेश से सटे मैनलिंग और लहूंजे में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की हैं।