राशि के अनुसार जाने दीपावली के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
मेष
आप अपने पूजा घर की दीवार पर लाल रंग लगाएं और कमल गट्टे की माला लाल रंग के वस्त्र में लपेटकर अपनी तिजोरी या अलमारी में रखें।
वृष
दो घी के दीपक जलाकर उन्हें कहीं सूनसान में रख आएं अथवा पांच पीपल के पत्तों पर पीला चंदन लगाकर उन्हें नदी में बहा दें।
मिथुन
धनलाभ के लिए लक्ष्मी पूजन के साथ दक्षिणवर्ती शंख की पूजा करें और उन्हें तिजोरी या अलमारी में रख दें। आप चाहें तो एक अन्य उपाय और भी आजमा सकते हैं हल्दी की माला बनाकर गणेश महाराज को पहनाएं और पूजन के बाद माला को हरे वस्त्र में लपेटकर धन स्थान में रख दें।
कर्क
आपको धनतेरस की की शाम में अपने घर के बाहर एक दीप जलाने के अलावा एक पंचमुखी दीप किसी पीपल के वृक्ष के नीचे जलाना चाहिए।
सिंह
दीपावली के दिन मूंग को भिंगोकर भूमि में दबा दें। मध्य रात्रि में एक घी का दीपक जलाकर मुख्य द्वार पर इस तरह रखें कि वह पूरी रात जलता रहे।
कन्या
आर्थिक मामलों में उन्नति के लिए आपको धनतेरस के दिन कमलगट्टे का माला लाकर अपनी तिजोरी में रखना चहिए। लक्ष्मी नारायण के मंदिर में जाकर देवी लक्ष्मी को माला अर्पित करने से भी लाभ मिलता है।
तुला
दीपावली के दिन प्रातः स्नान पूजन के बाद एक नारियल ले जाकर देवी लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करें। शुक्रवार के दिन धनतेरस है इस दिन सात कन्याओं को मीठी रोटी और खीर खिलाएं। इसके बाद अगले सात शुक्रवार ऐसा करें।
वृश्चिक
आपको दीपावली के दिन दो केले का पौधा किसी मंदिर में लगाना चाहिए। इसके अलावा नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली के दिन पीपल में जल देना चाहिए। इसके बाद लगातार 21 शनिवार पीपल में जल देने का सिलसिला बनाए रखें।
धनु
दीपावली के दिन पीले कपड़े में केले के जड़ को लपेट पर अपनी बाजू में बांध लें। एक अन्य उपाय यह भी कर सकते हैं कि रोली से पान के दो पत्तों पर ‘श्री’ लिखकर एक को तिजोरी में रखें और दूसरे को दीपावली के अगले दिन गाय को खिला दें।
मकर
दीपावली की रात में पूजा घर में जागरण कीर्तन करना चाहिए और नारियल के छलके पर एक दीप जलाकर उसे पूरी रात जलाए रखना चाहिए।
कुंभ
कुंभ राशि के लोग दीपावली की रात स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जाप करें- ऊं ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं।
मीन
नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली के दिन हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाएं। इसके अलावा दीपावली के दिन लक्ष्मी नारायण के मंदिर में धूप-दीप का दान करें।