प्रदेश में महिलायें असुरक्षित, सरकार के नियंत्रण से बाहर कानून व्यवस्था – दीपक बैज
रायपुर – प्रदेश में महिलायें असुरक्षित है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि राजधानी में फिर एक बार गैंगरेप हो गया। पिछले तीन दिन से रायपुर में रोज दुराचार की घटना हुई है। मनेन्द्रगढ़ में तीन शिक्षकों, एक वनकर्मी ने नाबालिक छात्रा के साथ गैंगरेप की घिनौनी घटना को अंजाम दिया है। मुख्यमंत्री के गृह जिले जशपुर में डीएफओ ने महिला रेंजर से दुष्कर्म किया। सरकार के नियंत्रण से कानून व्यवस्था बाहर हो चुकी है। जिस राजधानी में एक साल पहले तक महिलायें रात को 11 बजे भी बेखौफ हो कर अपने घरों से बाजार चली जाती थी, वहीं पर शाम को 6 बजे के बाद आम आदमी घर से निकलने में डरता है। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के क्षेत्र में ही बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। मुख्यमंत्री के गृह ब्लाक में नाबालिक स्कूली छात्रा से गैंगरेप हुआ, आरोपी अब तक फरार हैं। कोरबा में स्कूल छात्रा से 5-5 लोगों ने दुष्कर्म किए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार के राज में अपराधी बेलगाम हो गये है। आम आदमी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। पुलिस दावा करती है रायपुर में चाकूबाजी की घटनाओं में 40 प्रतिशत कमी हुई है जबकि पुलिस के आंकड़ों में ही धारदार नुकीले हथियार से घायल लोगों की संख्या चाकूबाजी से चार गुना अधिक है। चाकूबाजी घटना को कम दिखाने पुलिस चाकू के बजाय नुकीले धारदार हथियार से हमला लिखती है, दावा करती है चाकूबाजी की घटना कम हो गयी है। रायपुर शहर में नवंबर माह में अभी तक 23 से अधिक हत्याएं हुई है। प्रदेश का हर नागरिक डरा हुआ है। महिलायें असुरक्षित है। बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनाएं बढ़ गयी है। एक ही दिन में राजधानी के विधानसभा के पास आमासिवनी में शराब दुकान के सामने दो-दो हत्याये हुई, पुरानी बस्ती थाने के चंद कदमों की दूरी पर पेट्रोल डालकर एक युवक को जिंदा जला दिया गया, तेलीबांधा में गवाह को धमकाने अपराधियों ने हमला कर दिया, दिनदहाड़े गोलियां चल रही है, गैंगवार हो रहे हैं। दीवाली के दिन ही राजधानी रायपुर में 9 हत्या हुई, दुर्ग में 4 हत्याएं हुई। रायपुर में रोज हत्याएं हो रही है लेकिन यह सरकार आपराधिक घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। राजधानी में 11 माह में 5 गोली कांड हुआ, अंतरराज्यीय गैंगस्टर रायपुर तक पहुंच गये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि यह सारी घटनाएं बताती है कि भाजपा के राज में अराजकता फैली हुई है। सरकार चलाने वाले कानून व्यवस्था को नहीं संभाल पा रहे है। सरकार की विफलता की जवाबदेही मुख्यमंत्री की है। मुख्यमंत्री का नियंत्रण सरकार पर नहीं है। सरकार बेपटरी हो चुकी है। आधा दर्जन एसपी और कलेक्टर, दर्जनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को हटाने के बाद भी सरकार कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रही तब मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को हटाने में क्यों हिचकिचा रहे है? मुख्यमंत्री को ऐसा लगता है कि उनके गृह मंत्री की गलती नहीं है तो सरकार की नाकामी की जिम्मेदारी खुद लेकर तत्काल इस्तीफा दें।