December 23, 2024

रायपुर जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव लड़ेगा झारखंड चुनाव; नामांकन दाखिल करने कोर्ट से मांगी अनुमति

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रायपुर। रायपुर जेल में बंद झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साव विधानसभा चुनाव लड़ेगा। उसके वकील ने कहा कि, हमने कोर्ट में जज के सामने अपनी बात रखी है कि, झारखंड चुनाव में अमन को नामांकन दाखिल करना है। उसे झारखंड ले जाना होगा। लेकिन अभी कोर्ट ने आदेश नहीं दिया है।

दरअसल, शनिवार को रायपुर कोर्ट में अमन साव को कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे 28 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। अब वो रायपुर सेंट्रल जेल में बंद रहेगा। इसके पहले पुलिस को गंज थाने के एक मामले में पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड ली थी।

बताया जा रहा है कि, पुलिस रिमांड में आरोपी ने कारोबारी के खिलाफ सुपारी दिए जाने की बात कबूल नहीं की है। लेकिन पुलिस को कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।

14 अक्टूबर को रायपुर लाई थी पुलिस

40 पुलिसकर्मियों की टीम अमन साव को झारखंड से प्रोडक्शन वारंट पर 14 अक्टूबर को रायपुर लेकर आई थी। अमन साव कारोबारी प्रहलाद राय अग्रवाल की कार पर फायरिंग का मुख्य आरोपी है। प्रह्लाद राय का तेलीबांधा क्षेत्र में PRA कंस्ट्रक्शन का ऑफिस है। यहां 13 जुलाई को अमन साव के गुर्गों ने गोली चलाई थी। इस गोलीकांड में अमन साव के अलावा लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी सामने आया था।

पांचवीं बार में मिली सफलता

अमन साव को रायपुर प्रोटेक्शन वारंट में लाने पर रायपुर पुलिस को पांचवीं बार में सफलता मिली है। इससे पहले चार बार रायपुर पुलिस के अधिकारी प्रोटेक्शन वारंट पर रायपुर लाने की मांग कर चुके थे, लेकिन हर बार उनकी मांग को नकार दिया जाता था।

कौन है अमन साव

रिपोर्ट्स के अनुसार, गैंगस्टर अमन साव पहली बार 2019 में गिरफ्तार हुआ था। लेकिन 29 सितंबर 2019 को ही वह फरार हो गया। पुलिस ने उसे 3 साल बाद जुलाई 2022 में दोबारा गिरफ्तार किया। साव अभी झारखंड के गिरिडीह जेल में बंद है। बताया जाता है कि अमन साहू के गिरोह के पास एडवांस हथियार हैं जिसके दम पर वह अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम देते हैं।

झारखंड के कई जिलों में फैला है साव गैंग का नेटवर्क

अमन साव का नेटवर्क धनबाद, रांची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, पलामू, लातेहार, बोकारो जैसे झारखंड के तमाम जिलों में फैला हुआ है। साव के रडार पर कोल माइनिंग कंपनियां, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्ट फील्ड के बिजनेसमैन रहते हैं। साव इनको अपना टारगेट बनाकर इनसे रंगदारी की मांग करता है और जो उसकी बात नहीं मानता उसके गुर्गे उस पर गोली चलाकर अपनी बात मनवाते हैं।

50 से अधिक मुकदमे हैं दर्ज

अमन साव ने मात्र 17 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। गैंगस्टर साव के ऊपर लगभग 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। 9 मई 2023 को एनटीपीसी कोल परियोजना की आउटसोर्स कंपनी ‘ऋत्विक’ के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शरद कुमार की हत्या भी अमन साव ने कराई थी।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, शरद कुमार से 60 करोड़ की रंगदारी की मांग की गई थी और मांग पूरी नहीं करने पर उनकी हत्या कर दी गई। इसके अलावा गिरिडीह जेल के जेलर पर फायरिंग के आरोप भी अमन साव पर लगे थे।

ढाई साल में साव को नौ बार जेल से शिफ्ट किया गया

पुलिस सूत्रों के अनुसार अमन साव बीते ढाई साल से झारखंड की जेल में बंद है। लेकिन वो जेल से ही पूरे गैंग को ऑपरेट कर रहा है। झारखंड पुलिस गैंगस्टर अमन साव पर प्रतिबंध लगाने में असफल साबित हो रही है। यही वजह है कि पुलिस उसे बार-बार राज्य के अलग-अलग जेलों में ट्रांसफर कर रही है। गैंगस्टर अमन साहू को बीते ढाई साल में नौ बार अलग-अलग जेलों में रखा गया है

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