December 25, 2024

भाजपा नेता धान कोचियों सरगना की तरह आचरण बंद करें

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भाजपा नेता धान कोचियों  सरगना की तरह आचरण बंद करें

कांग्रेस ने जो कहा सो किया : भाजपा को किस बात से है विरोध?

भाजपा ने तो किसानों के लिये जो-जो घोषणा पत्र में कहा वहीं नहीं किया था

भाजपा की गलती और वादाखिलाफी को कांग्रेस पर मढ़ने का खेल बंद करें

कांग्रेस सरकार की धान खरीदी का भाजपा का विरोध गलत अनुचित एवं अन्यायपूर्ण

रायपुर/06 नंवबर 2020। धान खरीदी पर भाजपा द्वारा कांग्रेस सरकार के विरोध में की जा रही बयानबाजी को छत्तीसगढ़ के राजनैतिक इतिहास का काला अध्याय निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिये कि भूपेश बघेल सरकार से भाजपा का विरोध किस बात का है? 80लाख टन से अधिक धान की रिकार्ड खरीदी से भाजपा का विरोध है? या 2500 रू. किसानों को धान का दाम दिये जाने से भाजपा का विरोध है? या भाजपा शासनकाल की तुलना में 2.5 लाख अधिक किसानों का धान खरीदी किये जाने का विरोध है?प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार में छत्तीसगढ़ के किसान समृद्ध हो रहे है तो इसका विरोध भाजपा क्यों कर रही है? रमन सिंह के शासनकाल की तरह हर रोज चार किसान आत्महत्या नहीं कर रहे है तो क्या इसका विरोध भाजपा कर रही है? किसान कर्जमुक्त हो गया इसका विरोध भाजपा कर रही है क्या?प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा ने तो 2013 के घोषणा पत्र में कहा था कि एक-एक दाना धान खरीदेंगे और नहीं किया था, सच्चाई तो यही है। भाजपा को 2013 विधानसभा चुनावों के घोषणा पत्र का अंश मीडिया को जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा अपनी गलतियों, अपनी वादाखिलाफी और अपने किसान विरोधी चरित्र को कांग्रेस सरकार पर मढ़ना बंद करें।प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि धान खरीदी का पूरा लाभ केवल राज्य के किसानों को मिले, इसके लिये कांग्रेस सरकार  काम कर रही है जो कोचियों की समर्थक भाजपा को नागवार गुजरा रहा है। भाजपा नेता कोचियों के सरगना की तरह व्यवहार कर रहे है। जिस भाजपा की केन्द्र सरकार ने किसानों का धान 1865 में ही लेने और 2500 रू. धान का दाम देने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया, उसी भाजपा के नेता कांग्रेस की सरकार पर 2500रू. में किस्तों में देने का आरोप लगाते है। इससे शर्मनाक दोहरा चरित्र और कुछ हो ही नहीं सकता है।छत्तीसगढ़ के धान उगाने वाले किसानों के साथ भाजपा की 15 साल की धोखा धड़ी का काला चिट्ठा जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा की कथनी और करनी में अंतर की तालिका जारी कर बताया सब कुछ स्पष्ट है।
क्या कहा और क्या किया

भाजपा की कथनी – करनी का अंतर

क्या कहा था,  क्या किया

धान का 2100 रूपये समर्थन मूल्य देंगे,  नहीं दिया5 साल तक 300 रूपये बोनस देंगे 5 साल,  नहीं दिया
धान का एक-एक दाना खरीदेंगे,  नहीं खरीदा5 हार्सपावर पंपो को मुफ्त बिजली देंगे,  नहीं दियास्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशे लागू करेंगेलागत मूल्य पर 50 प्रतिशत जोंड़कर समर्थन मूल्य देंगे,  नहीं दिया2022 तक किसानों की आय दुगुनी करेंगे,  अभी तक कुछ नहीं किया
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा सत्ता में थी तब भी किसान विरोधी थी आज ही विपक्ष में है तब भी किसान विरोधी ही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं भाजपा नेता लगातार कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के समृद्धि खुशहाली के युग के सूत्रपात का विरोध कर रहे है। 15 साल तक रमन सरकार में किसानों की आत्महत्या की सैकड़ों घटनाएं हुयी थी। किसान अपनी खेती बाड़ी की जमीन बेचने के लिए मजबूर थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लेकर किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए काम किया। किसानों की जमीनें औने-पौने दामों में बिकना बंद हुआ और कृषि को लाभकारी देखते हुए भाजपा शासनकाल में पंजीकृत लगभग 17 लाख किसानों की तुलना में 2019-20 में साढ़े उन्नीस लाख किसानों ने धान बेचने पंजीयन कराया। इससे स्पष्ट होता है कि इस वर्ष ढाई लाख और लोगों ने खेती किसानी की ओर रुख किया और दस लाख लोगों के  हाथों को कृषि कार्य में रोजगार मिला। 2500 रू. का मूल्य पिछले साढ़े 19 लाख से अधिक किसानों तक पहुँचा और इस संख्या में इस साल और बढ़ोत्तरी होने जा रही है। किसानों का नया पंजीयन इस वर्ष भी लगातार जारी है। इस साल किसानों की संख्या भी बढ़ेगी और धान खरीदी भी बढ़ेगी। भाजपा को पीड़ा इस बात की है कि जो 15 साल में रमन सरकार नहीं कर पायी वो काम भूपेश बघेल सरकार ने कर दिखाया। इसी का विरोध भाजपा कर रही है। इसी की पीड़ा भाजपा को है।
संलग्न- भाजपा के घोषणा पत्र 2013 के 2 पृष्ठ।

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