निजात अभियान के तहत रायपुर पुलिस की सिंथेटिक ड्रग्स पर बड़ी कार्यवाही
रायपुर। राजधानी रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर रायपुर पुलिस द्वारा निजात अभियान के तहत नशे के ख़िलाफ़ विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें समस्त थाना एवं एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रहीं है। नारकोटिक्स एक्ट पर प्रभावी कार्यवाही करने हेतु एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की विशेष टीम का गठन किया गया है साथ ही समस्त थाना प्रभारियों को नशे की सामाग्री बिक्री करने वालों एवं सप्लाई करने वालों पर कठोर कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है।
इस ड्रग्स रैकेट का सरगना नाइजीरियन नागरिक मिस्टर इनोसेंट ओलोचुकु था, जिसे दिल्ली के उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया। इस अभियान में कुल 124 ग्राम एम.डी.एम.ए. (कोकीन), 98 एम.डी.एम.ए. टैबलेट्स, चरस, हथियार, मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई, जिसकी कुल कीमत लगभग 25 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस की सफलताएँ और गिरफ्तारियाँ
रायपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (एसीसीयू) और टिकरापारा पुलिस की टीम ने यह कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के तहत सबसे पहले 23 सितंबर 2024 को टिकरापारा इलाके में शुभम सोनी (उर्फ पैब्लो एस्कोबार), अभिषेक साहू और सोनू अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 98 नग एम.डी.एम.ए टैबलेट्स, 65 ग्राम एम.डी.एम.ए (कोकीन), चार पैकेट चरस और 16 लाख रुपए की नगदी बरामद की गई थी।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की, जिससे अन्य तस्करों की जानकारी सामने आई। 25 सितंबर 2024 को पुलिस ने रायपुर के मुख्य सप्लायर आर्यन ठाकरे को भी गिरफ्तार किया, जिसके बाद हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में छिपे तस्करों तक पहुंचने का रास्ता साफ हुआ।
अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क का खुलासा
पूछताछ के दौरान, आर्यन ठाकरे ने बताया कि वह एम.डी.एम.ए और अन्य ड्रग्स हिमाचल प्रदेश के कसोल स्थित होटल एप्पल पाई के संचालक अमनदीप सिंह छाबड़ा से प्राप्त करता था। छाबड़ा ने यह भी खुलासा किया कि वह चरस की सप्लाई कसोल के अशोक यादव से करता था, जबकि एम.डी.एम.ए और कोकीन की सप्लाई दिल्ली के उत्तम नगर से नाइजीरियन मूल के तस्कर मिस्टर इनोसेंट ओलोचुकु द्वारा की जाती थी।
इसके बाद रायपुर पुलिस की टीम ने हिमाचल प्रदेश के कसोल में छापेमारी की और 29 सितंबर 2024 को अमनदीप सिंह छाबड़ा और अशोक यादव को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने 30 सितंबर 2024 को दिल्ली के उत्तम नगर में छापेमारी करते हुए नाइजीरियन तस्कर इनोसेंट ओलोचुकु को गिरफ्तार कर लिया।
इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने विभिन्न स्थानों से भारी मात्रा में नशीली सामग्री जब्त की। जब्त की गई सामग्री में शामिल हैं:
124 ग्राम एम.डी. ड्रग्स (कोकीन)
98 नग एम.डी.एम.ए टैबलेट्स
4 पैकेट चरस
एक पिस्टल मय मैगजीन
3 स्मार्टफोन
एक इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन
100 खाली कैप्सूल और कैप्सूल कवर
16 लाख रुपये की नगदी
अभियुक्तों की सूची
इस ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े अब तक गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की सूची इस प्रकार है:
शुभम सोनी (उर्फ पैब्लो एस्कोबार) – मुख्य संचालक, रायपुर से गिरफ्तार।
आगे की कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देश में पुलिस की विशेष टीम अब इस सिंथेटिक ड्रग्स सप्लाई चैन के बैकवर्ड लिंकेजेस की गहन जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस नेटवर्क से और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं और क्या इसमें अन्य राज्यों या अंतरराष्ट्रीय स्तर के तस्करों की भी संलिप्तता है।
पूर्व की कार्रवाइयाँ और नशे के खिलाफ अभियान
निजात अभियान के तहत रायपुर पुलिस ने पिछले दो महीनों में 19 अलग-अलग मामलों में कार्रवाई की है, जिसमें 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया और कुल 1.60 करोड़ रुपये की नशीली सामग्री बरामद की गई।
पुलिस अब ड्रग्स के व्यापार से जुड़े आदतन अपराधियों पर भी निगरानी रख रही है। पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत 23 ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और लगभग 200 लोगों को चिन्हित कर उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
रायपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल राज्य में बल्कि हिमाचल प्रदेश और दिल्ली जैसे अन्य राज्यों में भी सिंथेटिक ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है और इस तरह की कार्रवाइयाँ भविष्य में भी जारी रहेंगी।