Jashpur News:फरसाटोली में राशन वितरण को लेकर हंगामा,जांच में जुटी पुलिस
सरकारी राशन दुकान में अनाज के वितरण को लेकर सरपंच और हितग्राहियों के बीच विवाद की स्थिति बन गई। हितग्राही ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होने पिछले माह के राशन की मांग सरपंच से की तो वह उनसे विवाद करने लगा और जब उन्होनें उसका विरोध किया तो उनके साथ दुर्व्यवहार ओैर मारपीट करने लगा।
वहीं दूसरी ओर राशन दुकान का संचालन कर रहे सरपंच ने भी हितग्राहियों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कोतबा चौकी में शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में कोतबा पुलिस जांच में जुटी हुई है। मामला जिले के पत्थलगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत फरसाटोली की है। कोतबा चौकी में की गई शिकायत में पीड़ित हितग्राही बुधियार साय, राजेन्द्र पैंकरा, युधिष्ठिर पैंकरा ने बताया है कि वे 25 मई को अपने राशन कार्ड से राशन लेने के लिए फरसाटोली के सरकारी राशन दुकान पहुंचे थे
चालू माह का राशन लेने के बाद शिकायतकर्ताओं ने राशन दुकान का संचालन कर रहे सरपंच लघुसाय पैंकरा से बीते माह के राशन की मांग की। इस पर सरपंच ने बीते माह का राशन देने से साफ मना करते हुए उनके साथ ना केवल गाली गलौच किया अपितु धक्का मुक्की भी की। इन ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ने बीते माह राशन वितरण के लिए प्रयोग किए जाने वाले ईपाज मशीन पर अंगूठा तो लगवा लिया था लेकिन राशन अगले माह देने की बात कही थी। वहीं सरपंच लघु साय ने भी ग्रामीणों पर राशन वितरण के दौरान मारपीट करने का आरोप लगाया है।
घटना से आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में महिलाएं सहित पुरुष थाने पहुंचकर हंगामा करने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि हर बार सरपंच शासन से मिलने वाले राशन पर हेराफेरी कर ग्रामीणों को मिलने वाले राशन से वंचित रखता है। ग्रामीणों का आरोप है कि एक वर्ष पूर्व भी इसकी शिकायत की गई थी जांच में दोषी पाए जाने पर दुकान को सील किया गया था और स्वसहायता समूह के हाथों राशन वितरण किया जा रहा था लेकिन सरपंच ने उन समूहों को हटवाकर फिर अपने हाथों ने राशन संचालन का काम ले लिया हैं और मनमानी करते हुए अब हक की मांग करने वाले ग्रामीणों पर मारपीट करने लगा है।
पहले भी हो चुका है विवाद
राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर ग्राम पंचायत फरसाटोली पहले भी सुर्खियां बटोर चुका है। हितग्राहियों द्वारा राशन वितरण ना किए जाने कि शिकायत पर स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच की थी। जांच के बाद राशन दुकान के संचालन का अधिकार पंचायत से लेकर स्व सहायता समूह को दे दिया गया था। लेकिन समूह द्वारा संचालन करने में असफल होने पर संचालन की बागडोर एक बार फिर सरपंच के हाथों में आ गई है। जिससे विवाद की स्थिति बन गई। पीड़ित हितग्राहियों के साथ बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वर्जन
मामले को लेकर आपके माध्यम से जानकारी मिल रही हैं.फिंगर प्रिंट लेकर राशन नही दिया जाना अनियमितता को उजागर करता हैं. मामले को संज्ञान लिया जा रहा हैं. इसकी जांच कर उचित कार्रवाई के लिए जिले के शीर्ष अधिकारियों का मार्गदर्शन लिया जाएगा।
– आलोक टोप्पो खाद्य निरीक्षक पत्थलगांव
दोनों पक्षों से शिकायत प्राप्त हुई है.डाक्टरी मुलाहिजा करा लिया गया है.गांव जाकर ग्रामीणों का बयान लिया जाएगा. जो भी तथ्य आए उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।