Lok Sabha Chunav 2024: जांजगीर सभा में PM मोदी का कांग्रेस पर प्रहार, बोले- कुछ लोग खुद को भगवान राम से बड़ा मानने लगे
सक्ती। Chhattisgarh Lok Sabha Chunav 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा जांजगीर चांपा के सक्त्ती के जेठा मैदान में विजय शंखनाद सभा को संबोधित करते हुए भाई बहन दादा संगवारी को जय जोहर से भाषण प्रारंभ किया। पीएम ने कहा, कोसा कांसा और कंचन की धरती पर आज एक अलग ही उत्साह नजर आ रहा है।
कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया था। आप सभी ने इसे स्वीकार करते हुए प्रदेश में भाजपा की सरकार बना दी है। फिर से आपके पास आशीर्वाद मांगने आया हूं। बहुत सारा काम अब भी बाकी है जिसे पूरा करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मोदी के लिए आप ही मेरा परिवार हैं। अब मुझे बताइए आप लोग तो बहुत उदार है,आशीर्वाद देने वाले हैं। जब जब मैंने आशीर्वाद मांगा मुझे मिला। अब आपसे आग्रह करने आया हूं।
पीएम बोले, मोदी के लिए एक घंटा निकालना होगा
आपको मोदी के लिए एक घंटा निकालना चाहिए ही निकाला चाहिए। सात मई को वोट देने के लिए मोदी के लिए एक घंटा निकालोगे। मोदी को वोट करोगे। पक्का करोगे। आपको जांजगीर चांपा से छोटी बहन कमलेश जांगड़े और रायगढ़ से हमारे छोटे भाई राधेश्याम राठिया को भारी बहुमत से जीताकर मेरी मदद के लिए भेजना है। एक मजबूत सरकार बनाने के लिए दिल्ली में मेरा साथ देने वाले हैं।
मुझे मां चंद्रहासिनी अष्ठभुजी मां, शिवरीनारायण गिरौधपुरी धाम दामाखेडा की कृपा और आप जनता जनार्दन के आशीर्वाद पर अटूट भरोसा है। इसी भरोसे के कारण पूरा छत्तीसगढ़ कह रहा है फिर एक बार मोदी सरकार।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज मेरे साथ रामनामी मेहरात राम जी मंच पर विराजमान हैं। अपनी भक्ति अपने भजन। कहते हैं रामनामी समाज के पूर्वजों ने डेढ़ सौ साल पहले ही बता दिया था कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कब होगी। मुझे प्राण प्रतिष्ठा का सौभाग्य मिला। अयोध्या के मंदिर की उम्मीद देश छोड़ चुका था। उस उम्मीद को पूरा करने का काम भाजपा ने किया है। कमल वालों ने किया है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बोला हमला
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस के लोग हम पर तंज कसते थे। हर चुनाव में हमसे पूछा जाता था, मंदिर कब बनेगा। आए दिन गली मोहल्ले में हमसे पूछा करते थे। हमने उन्हें तारीख भी बताई समय भी बताया निमंत्रण भी भेजा। लेकिन कांग्रेस के सातवें आसमान के अहंकार ने प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकरा दिया। वे अपने आपको प्रभु राम से भी बड़ा मानते हैं।