December 25, 2024

BJP Foundation Day 2024:फिर एक बार, मोदी सरकार’ के नारे: 45वां स्थापना दिवस आज,भाजपा के लिए क्यों है ‘अमृतकाल’ 10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम

0
WhatsApp-Image-2024-03-02-at-7.25.42-PM-e1709387767942

BJP Foundation Day 2024: लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी स्‍थापना दिवस का जश्‍न जोर-शोर से मनाने की तैयारी में है.आज  BJP अपना 45वां स्‍थापना दिवस मनाएगी. इसके लिए देशभर में विशेष तैयारियां की गई हैं

पार्टी ‘फिर एक बार, मोदी सरकार’ के नारे के साथ देश भर के 10 लाख से ज्यादा बूथों पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है.इसके अलावा पार्टी बूथ स्तर पर आयोजित इन कार्यक्रमों के जरिए लोगों खासकर लाभार्थियों से संपर्क कर उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएगी. इसके साथ ही पार्टी आज  देशभर में बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करा कर एक नया रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी कर रही है

पुराने व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित,पार्टी का झंडा भी फहराया जाएगा

विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए पार्टी कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि देश की जनता ने भी नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मन पूरी तरह से बना लिया है. इस संदेश का भी ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाएगा. भाजपा आज इन कार्यक्रमों में हर स्तर पर अपने पुराने व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी करेगी. इन कार्यक्रमों में विशेष तौर पर उस इलाके के बुद्धिजीवी और प्रबुद्ध लोगों को भी आमंत्रित किया गया है.इसके अलावा देशभर में बने पार्टी के सभी कार्यालयों को सजाया जा रहा है जहां  पार्टी का झंडा भी फहराया जाएगा. यहां तक कि पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ता भी स्थापना दिवस के अवसर पर अपने-अपने घरों पर पार्टी का झंडा लगाएंगे. विधानसभा स्तर पर देशभर में पार्टी नेता व कार्यकर्ता पार्टी के झंडे के साथ पदयात्रा करेंगे और बाइक रैली भी निकालेंगे.

अटल बिहारी थे भाजपा के पहले अध्‍यक्ष

बता दें कि भाजपा की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में आयोजित एक कार्यकर्ता अधिवेशन में हुई थी और अटल बिहारी वाजपेयी इसके पहले अध्यक्ष चुने गए थे. हालांकि यह भी एक तथ्य है कि भाजपा का गठन भले ही वर्ष 1980 में हुआ हो, लेकिन इसका इतिहास भारतीय जनसंघ से जुड़ा हुआ है. भारतीय जनसंघ की स्थापना डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में 1951 में हुई थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed