राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव कल से, CM साय करेंगे शुभारंभ, सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक सहित विभिन्न कार्यक्रम होंगे आयोजित
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव का शुभारंभ 24 जनवरी 2024 को राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में करेंगे। इस अवसर पर सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी और नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाएंगे।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2024 के तहत आयोजित किये जा रहे विभन्न सड़क सुरक्षा एवं सुगम यातायात संबंधी जनजागरूकता शैक्षणिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के प्रथम सत्र में देश के विभिन्य राज्यों से प्राप्त अनेक भाषाओं की 460 प्रविष्टियों में से श्रेष्ठ चिन्हित 44 लघु फिल्मों का प्रदर्शन सुबह 10 बजे से किया जाएगा। प्रातः 11ः30 बजे सड़क सुरक्षा पर आधारित ’’स्टे फिट विथ मी ग्रुप‘‘ द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जायेगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे सड़क सुरक्षा प्रदर्शनी, यातायात संदर्शिका का विमोचन और फिल्म महोत्सव के विजेताओं को पारितोषिक वितरण और उत्कृष्ट एवं पुरस्कृत फिल्मों का प्रदर्शन का कार्यक्रम होगा।
शाम 4 बजे से सड़क सुरक्षा से संबंधित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा
24 जनवरी के द्वितीय सत्र में शाम 4 बजे से सड़क सुरक्षा से संबंधित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। अगले दिन 25 जनवरी को तृतीय सत्र में सुबह 10 बजे से चयनित विशिस्ट लघु फिल्मों का प्रदर्शन जनसामान्य के लिए किया जाएगा। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) छत्त्तीसगढ़, परिवहन विभाग एवं छत्त्तीसगढ़ पुलिस ने आम नागरिकों से सड़क सुरक्षा के प्रति चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक भागीदारी की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव के लिए अब तक उत्तर प्रदेश गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, बिहार, पंजाब, असम, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, झारखण्ड, दिल्ली, उड़ीसा सहित अन्य राज्यों से तथा छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रांे के प्रतिभागियों के पंजीकरण हुए है। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव, छत्तीसगढ़ 2024 में दो श्रेणियों में प्रस्तुतियां स्वीकार की गयी है, इनमें (1) छत्तीसगढ़ी भाषा (छत्तीसगढ़ी, गोडी, धुर्वा, भतरी, दोरली, संबलपुरी, कुड़ख, सदरी, बैगानी, कमारी, औरिया, सरगुजिया, दंतेवाड़ा गोड़ी आदि) और (2) अन्य भारतीय भाषा, सभी प्रविष्टियों के लिए हिंदी में उपशीर्षक अनिवार्य किया गया है।