आज दूसरे दिन गायिका मैथिली ठाकुर देंगी भजन प्रस्तुति, मानस मंडलियों की महिलाओं को मिलेगा माता कौशल्या अलंकरण
आज रविवार को कौशल्या महोत्सव का दूसरा दिन है। जहां लोकगीत गायिका मैथिली ठाकुर के भक्ति में गीत संगीत भजन की प्रस्तुति होगी।
रायपुर। आज रविवार को कौशल्या महोत्सव का दूसरा दिन है। जहां लोकगीत गायिका मैथिली ठाकुर के भक्ति में गीत संगीत भजन की प्रस्तुति होगी। मूलतः बिहार की रहने वाली मैथिली ठाकुर ने देश के युवा वर्ग में अपने गीत-संगीत से एक अलग पहचान बनायी है और पूरा देश उनके गीत-संगीत का कायल है। महोत्सव के दूसरे दिन मुंबई की मशहूर गायिका कविता पौडवाल के भक्तिमय भजनों की भी प्रस्तुति होगी। इसके साथ ही वाराणसी से आए व्योमेश शुक्ल द्वारा श्री राम की शक्ति पूजा की प्रस्तुति महोत्सव के मंच से की जाएगी। इन दोनों कलाकारों की प्रस्तुति महोत्सव के पहले दिन होनी थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से इनकी प्रस्तुति आज महोत्सव के दूसरे दिन होगी।
महोत्सव के दूसरे दिन दर्शक मुंबई से आई रमिंदर खुराना के भक्तिमय शास्त्रीय नृत्य-वाटिका की प्रस्तुति का भी आनंद ले सकेंगे। छत्तीसगढ भिलाई के रहने वाले प्रभंजय चतुर्वेदी भी अपने भक्तिमय गीत-संगीत व भजनों को महोत्सव के दूसरे दिन दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे। माता कौशल्या महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत, अध्यक्ष के रूप में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे तथा नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया उपस्थित रहेंगे।
बता दें छत्तीसगढ़ की मानस मंडलियों की महिलाओं को माता कौशल्या अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। यह घोषणा चंदखुरी में माता कौशल्या महोत्सव के पहले दिन शुभारंभ पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने की। मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार संस्कृति कला और साहित्य को आगे बढ़ाने, सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। देश-दुनिया में प्रदेश को नई पहचान मिल रही है।
मंत्री भगत ने कहा कि हमारे राज्य में मानस मंडलियों के कलाकार बहुत प्रतिभाशाली हैं। इनकी प्रतिभा को विस्तृत मंच प्रदान किया जा रहा है। राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ का विकास और कौशल्या धाम को नया स्वरूप दिया गया है। रामकथा से जुड़ी मानस मंडलियों को प्रोत्साहित करने प्रदेशभर में मानस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। बता दें कि माता कौशल्या की जन्मभूमि के वैभव को विश्व पटल पर स्थापित करने एवं महिला सशक्तिकरण, कार्यशील कलाकारों के संरक्षण, संवर्धन एवं कला दलों के सतत विकास तथा राज्य की कला, संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु संस्कृति विभाग (छत्तीसगढ़ शासन) के द्वारा “माता कौशल्या महोत्सव” आयोजित किया जा रहा है।
आज मैथिली ठाकुर देंगी प्रस्तुति
महोत्सव के दूसरे दिन लोकगीत गायिका मैथिली ठाकुर के भक्ति में गीत संगीत भजन की प्रस्तुति होगी। महोत्सव के अंतिम दिन पद्मश्री गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति होगी। दोनों ही कलाकार भक्तिमय गीत-संगीत के माध्यम से जनता का मनोरंजन करेंगे।
वाद्य यंत्र खरीदने मानस मंडलियों को दी राशि
संस्कृति विभाग के नेतृत्व में चिन्हारी पोर्टल में पंजीकृत मानस मंडलियों को वाद्ययंत्र खरीदने के लिए राशि दी गई है। कुल 4 हजार 895 मानस मंडलियों को 2 करोड़ 44 लाख 75 हजार रूपए की राशि प्रदान की गई है। इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम भी मौजूद रहे।
मां कौशल्या की जन्मतिथि 22 अप्रैल
बनारस से आई रूपवाणी सांस्कृतिक संस्था के प्रमुख व्योमेश शुक्ल को सम्मानित किया गया। संस्कृति संचालक विवेक आचार्य ने बताया कि आचार्यों की गणना अनुसार मां कौशल्या की जन्म तिथि 22 अप्रैल बताई गई है। अतः इसी दिन से इस भव्य महोत्सव की शुरूआत की गई। पर्यटन मंडल के एमडी अनिल साहू ने बताया कि कौशल्या धाम की विकास से पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है।