सावित्री मंडावी की 21098 वोटों से जीतीं
भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने 21098 वोटों से जीत दर्ज कर ली है।
कांकेर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने 21098 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। साथ ही, सावित्री मंडावी ने खैरागढ़ उपचुनाव का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। खैरागढ़ में कांग्रेस 20176 वोटों के अंतर से जीती थी। इस बार जीत का आंकड़ा 21098 रहा।
विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रहे मनोज मंडावी के निधन के बाद खाली हुई भानुप्रतापपुर सीट पर 5 दिसंबर को मतदान हुआ। उपचुनाव के ऐलान के साथ ही यह तय हो गया था कि कांग्रेस स्व. मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को उम्मीदवार बनाएगी। सावित्री ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। इससे भी पुष्टि हो गई थी। साथ ही, यह भी माना जा रहा था कि उन्हें सहानुभूति वोट मिलेगी और जीतेंगी।
हालांकि कांग्रेस ने एक बड़ा खुलासा किया कि भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी हैं। इस आरोप ने चुनाव की दिशा बदल दी। कांग्रेस की ओर से नेताम का नामांकन रद्द करने की मांग की गई थी, लेकिन स्क्रूटनी का समय बीत जाने के कारण इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ। हालांकि इन आरोपों के बाद भी भाजपा ने मेहनत की और चुनाव को एकतरफा नहीं होने दिया।
इस चुनाव में एक और महत्वपूर्ण कड़ी सर्व आदिवासी समाज की मौजूदगी भी थी। छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मसले पर सरकार के खिलाफ आक्रोशित सर्व आदिवासी समाज ने रिटायर्ड आईपीएस अकबर राम कोर्राम को समर्थन दिया। इस समर्थन के बाद कोर्राम काफी मजबूत हो गए और मुकाबला त्रिकोणीय हो गया। मतगणना की शुरुआत में कोर्राम दूसरे नंबर पर थे। हालांकि बाद में वे पिछड़ते चले गए।