बृजमोहन भड़के, कहा-हम भी अपनी माता के पुत्र…जवाब देना जानते…
आरक्षण मामलें में सत्ता पक्ष की टोकाटाकी और सदन में हुई नोकझोक पर विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर तीखा तंज़ कसा है।
रायपुर। आरक्षण मामलें में सत्ता पक्ष की टोकाटाकी और सदन में हुई नोकझोक पर विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर तीखा तंज़ कसा है। उन्होंने कहा कि “पिछले तीन महीने से कॉन्स्टिट्यूशनल ब्रेकडाउन है। छत्तीसगढ़ में कोई भर्तियां नहीं हो रही है, और आगे भी यही होगा। जब हम कानून तरीके से किसी विधेयक को पारित नहीं करेंगे, तो फिर आरक्षण का फायदा नहीं मिलेगा, और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग, सबके साथ कोई धोखाधड़ी या विश्वासघात करने का कोई काम कर रही है, तो वह छत्तीसगढ़ की सरकार कर रही है। हम अवैधानिक कृत्य को रोकना चाहते है।”
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया के साथ सदन में हुई नोकझोक पर बृजमोहन ने कहा कि “हम लोग भी अपनी माता के पुत्र हैं, हम लोगों में भी वो दम है। अगर कोई ऐसा चैलेंज करता है, तो हम उसका जवाब देना जानते हैं। मुख्यमंत्री ने उकसा कर उनको हमारी तरफ भेजा, तो ये और दुर्भाग्यजनक है। अगर ऐसा ही चाहते हैं मैदान में कुश्ती लड़ना तो हम भानुप्रपातपुर में लड़ रहे हैं, यहां पर भी कुश्ती का मैदान बना लें, हम लड़ेंगे।
वहीं मंत्री शिव डहरिया ने भाजपा विधायकों पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाते हुए कहा कि आज अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग और ईडब्ल्यूएस के आरक्षण के लिए संशोधन विधेयक लाया जा रहा है। लगातार भाजपा के लोग लगातार डेढ़ घंटे से आरक्षण पर विरोध कर रहे थे। जब अध्यक्ष ने कहा कि चर्चा की जाए तो वो चर्चा से भाग रहे थे। आरक्षण का विरोध करने वाले ये लोग इस स्तर पर उतर आए हैं, कि मैं जब उधर से जा रहा था तो भाजपा के अजय चंद्राकर और बाकी लोगों ने मुझसे धक्का-मुक्की की, तो आरक्षण का विरोध करने वाले लोग इस स्तर पर उतर आए है।
विपक्ष को उकसाए जाने से इंकार करते हुए कहा कि यह गलत बात है। हम लोग अपनी मर्यादा में रहते है। क्या अध्यक्ष आसंदी से जो निर्देश दे रहे हैं तो क्या बृजमोहन को नहीं मानना चाहिए, क्या अजय चंद्राकर को नहीं मानना चाहिए ? जब वो तथ्य प्रस्तुत कर रहे हैं, तो हम लोग कोई बात कर रहे हैं, तो हमारी बात भी विपक्ष को सुननी चाहिए। विपक्ष पलायन कर बाहर भाग जाता है, और जब हम लोग कोई बात कहते हैं आरक्षण के पक्ष तो सुनने की बजाए धक्का-मुक्की कर रहे हैं।
भाजपा प्रजातंत्र में विश्वास नहीं करती, संविधान में विश्वास करती. ये आरक्षण के विरोध में अनुसूचित जाति के लोगों से धक्का-मुक्की कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद उकसा रही है कि आरक्षण संशोधन विधेयक मत आए, इसलिए वे गुंडागर्दी पर उतर आए है कि अनुसूचित जाति के व्यक्ति से धक्का-मुक्की कर रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि ये अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के विरोधी लोग हैं, ये आरक्षण का विरोध करते आए हैं, और आज भी किए हैं।