खनिज अधिकारी गिरफ्तार, ईडी का एक्शन, IAS रानू साहू की बढ़ी मुसीबत
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छत्तीसगढ़ में लगातार कार्रवाईयां जारी है।
रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छत्तीसगढ़ में लगातार कार्रवाईयां जारी है। ईडी ( ED ) ने सोमवार को फिर से प्रदेश के कई हिस्सों में छापामार कार्रवाई की। केन्द्रीय जांच एजेंसी ने बलरामपुर जिले से खनिज अधिकारी को गिरफ्तार किया है। खनिज अधिकारी की गिरफ्तारी के साथ ही माना जा रहा है कि कलेक्टर रानू साहू की मुश्किलें अब बढ़ सकती है।
गिरफ्तार किए गए खनिज अधिकारी का नाम अवधेश बारिक है। ईडी की टीम सोमवार को बलरामपुर कलेक्ट्रेट स्थित खनिज विभाग के दफ्तर में दबिश दी। ईडी की टीम ने वहां एक बंद कमरे में खनिज अधिकारी अवधेश बारिक से घंटों लंबी पूछताछ की। जिसके बाद देर रात ED की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर उऩ्हें साथ ले गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान ED ने कुछ फाइलें भी अपने कब्जे में ली है। जिसके बाद ईडी की टीम अधिकारी को साथ लेकर रायुपर के लिए रवाना हो गई।
इससे पहले भी ईडी की टीम एक बार अवधेश बारिक से पूछताछ कर चुकी है। जिसके बाद सोमवार को दुबारा उनसे पूछताछ हुई। अवधेश बारिक इससे पहले रायगढ़ में पदस्थ थे। रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू भी पदस्थ हैं। ईडी की टीम रानू साहू के सरकारी बंगले और उनके दफ्तर में दबिश दे चुकी है और उनसे लंबी पूछताछ की थी। अवधेश बारिक की गिरफ्तारी से माना जा रहा है कि कलेक्टर रानू साहू की भी मुश्किलें बढ़ सकती है।
आपको बता दें ईडी की टीम ने 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में एक साथ कई जगह दबिश दी थी। ईडी की टीम ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी उनके रिश्तेदारों, IAS अधिकारियों समीर विश्नोई, जेपी मौर्या और रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के अलावा कुछ कारोबारियों के यहां छापा मारा था। छापे के दौरान रानू साहू मौजूद नहीं थी, जिसके बाद ईडी की टीम ने उनके बंगले को सील कर दिया था। हालांकि दो दिन बाद रानू साहू ने ईडी को पत्र लिखकर मेडिकल इमरजेंसी की वजह से हैदराबाद में होना बताया था। बाद में ईडी ने कलेक्टर बंगला सहित उनके दफ्तर में छापा मारा था।
ईडी की टीम ने छापे के बाद छत्तीसगढ़ में बड़े कोल घोटाले का पर्दाफाश किया था। इसके साथ ही ईडी ने IAS समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। छापे के दौरान फरार कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कुछ दिनों बाद रायपुर की कोर्ट में सरेंडर किया था। जहां ईडी की टीम ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल सभी अभी रायपुर जेल में बंद हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में ईडी की टीम ने ये 5 वीं गिरफ्तारी की है।