राजभवन में किया गया शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन, उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को किया गया सम्मानित
आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी स्थित राजभवन में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
रायपुर। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी स्थित राजभवन में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में राज्यपाल अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम समेत अन्य कई अधिकारी भी मौजूद रहें। सम्मान समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के 60 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। जिनमे 4 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार से नवाज़ा गया तो वहीं 56 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार दिया गया।
शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री के कई बड़े फैसले
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षक दिवस पर छत्तीसगढ़ के छात्र छात्राओं के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं। सीएम ने आज राज्य में छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए सभी स्कूलों में अब सप्ताह में एक दिन छत्तीसगढ़ी और आदिवासी बोली की शिक्षा दिए जाने की घोषणा की। इसके साथ मुख्यमंत्री बघेल ने दूसरा बड़ा निर्णय लेते हुए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में संस्कृत विषय की भी पढ़ाई कराने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए शैक्षणिक सामग्री भी तैयार की जा रही है। बस्तर एवं सरगुजा क्षेत्रों में वहां की स्थानीय आदिवासी बोलियों के अनुसार एवं शेष क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ी भाषा में पाठ्य सामग्री तैयार की जा रही है। सप्ताह में एक दिन छत्तीसगढ़ी भाषा में पढ़ाई से स्थानीय भाषा को बढ़ावा मिलेगा और छात्रों में पढ़ाई के प्रति लगाव उत्पन्न होगा। जबकि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में संस्कृत विषय की भी पढ़ाई होगी। इससे भारत की संस्कृति एवं परंपरा को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही सीएम ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा को भी अनिवार्य करने की बात कही है। उन्होंने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो बालक का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास करे और इसी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नवाचार को अपना रही है।