पिथौरा के दो गांजा तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे, आठ किलो गांजा जप्त
जुआ, शराब, सट्टा सहित दीगर अवैध कारोबार का सेफ जोन बन चुका पिथौरा में पिछले कुछ दिनों से पुलिस के ताबड़तोड़ कार्यवाही से अवैध कारोबारियों के हौसले पस्त नज़र आ रहे हैं
महासमुंद ( पिथौरा)। जुआ, शराब, सट्टा सहित दीगर अवैध कारोबार का सेफ जोन बन चुका पिथौरा में पिछले कुछ दिनों से पुलिस के ताबड़तोड़ कार्यवाही से अवैध कारोबारियों के हौसले पस्त नज़र आ रहे हैं हाल ही में पिथौरा पुलिस ने देशी कट्टा के साथ एक युवक सहित दो अन्य मामले पकड़े थे वही अब पिथौरा के ही दो गांजा तस्करों को धर दबोचने में कामयाब रही है।
गौरतलब हो कि पिछले कुछ वर्षो से पिथौरा के शांत और निर्मल वातावरण में जिस तरह से जुआ सट्टा और अवैध शराब के कारोबार ने अपने मकड़जाल में लोगो को फासते हुए जिस तरह से यह अवैध कारोबार फलफूल गया है उससे शहर और ग्रामीण इलाकों में आराजकता का माहौल स्थापित हो गया है हैरानी की बात तो यह है कि यह अवैध कारोबार सफेदपोश धारियों के संरक्षण प्राप्त हैं ऐसी जनचर्चा का विषय है। यहां पर हम आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल व जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में अवैध कारोबारियों के विरोध में अभियान चलाकर अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अकाश राव एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पिथौरा विनोद मिंज के निर्देशानुसार लगातार चल रहे नशे के अवैध परिवहन एवं बिक्री पर अंकुश लगाने हेतु लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी कडी में 2 अगस्त को मुखबिर सूचना पर गोपालपुर मोड़ डोंगरीपाली चौक के पास NH 53 में सफेद रंग आल्टो कार क्रमांक CG 06 GJ 4440 में चार खाखी रंग पैकेट में रखे कुल 8 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा आरोपी गोवर्धन निषाद पिता गंगाराम निषाद 40 साल महलपारा पिथौरा एवं मेहत्तर साहू पिता ईश्वर साहू 45 साल निवासी पिलवापाली थाना पिथौरा जिला महासमुन्द के कब्जे से बरामद हुआ। आरोपियों के पास से 08 किलोग्राम गांजा जिसकी कीमत क़रीब 80000 हैं वहीं तस्करी के लिए प्रयुक्त सफेद रंग आल्टो कार CG 06 GJ 4440, दो नग मोबाईल व नगद रकम 2300 रूपए जप्त किया गया हैं। आरोपियों के खिलाफ़ अपराध क्रमांक 204/22 धारा 20ख, 29 नारकोटिक्स एक्ट के तहत कारवाही की गई।
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी पिथौरा निरीक्षक राकेश खुटेश्वर, सउनि बसंत पाणिग्रही, आरक्षक शैलेश ठाकुर, मिहिर बीसी, सायबर सेल प्रभारी संजय राजपूत, आरक्षक देव कोसरिया आदि का प्रमुख योगदान रहा।