मनरेगा घोटाले मामले में जिला पंचायत CEO समेत 15 कर्मचारी निलंबित, मंत्री टीएस सिंहदेव ने सदन में किया ऐलान
छत्तीसगढ़ विधानसभा में मरवाही अंतर्गत मनरेगा में गड़बड़ी का मामला उठा.
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में मरवाही अंतर्गत मनरेगा में गड़बड़ी का मामला उठा. कांग्रेस विधायक गुलाब कमरों के ध्यानाकर्षण पर मरवाही वन मंडल में मनरेगा के अंतर्गत गड़बड़ी के मामले को लेकर सवाल उठाया, जिसके जवाब में मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया है कि जांच में गड़बड़ी पाई गई है. और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।इस जवाब पर कांग्रेस की ओर से ही मांग उठी कि मंत्री दोषी अधिकारियों को निलंबित करें। कांग्रेस विधायकों के साथ-साथ इस मामले पर विपक्ष ने भी निलंबन और राशि वसुलने की मांग रख दी। इस के ठीक बाद सदन में मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा “सदन की गरिमा नियमों के पालन और नियमों के अनुरूप कार्यवाही से बनती और बढ़ती है। हमारे कार्य करने की सीमा हैं, रिटायर डीएफ़ओ और ए ग्रेड के अधिकारियों को निलंबन कैसे कर सकते हैं.. आईएफएस या कि ए ग्रेड अधिकारी पर कार्यवाही का मसला समन्वय को जाएगा.. शेष चौदह पर कार्यवाही की होगी”
वहीं इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा “जो अधिकारियों पर कार्यवाही करनी है वो तो करिए ही.. साथ ही अपराध भी बनता है” इस पर मंत्री सिंहदेव ने कहा “हम समन्वय में जहां भेजेंगे,वहाँ विमर्श के लिए नहीं बल्कि निलंबन के लिए भेजेंगे..किसी भी गड़बड़ी के मसले पर मैं वह आख़िरी व्यक्ति भी नहीं हूँ जो किसी को बचाए.. यह सात करोड़ की गड़बड़ी का मसला है.. कोई दोषी नहीं बचेगा” इस पर अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा आप जीएडी को निलंबित कर सूचना भेज सकते हैं.. “इस पर मंत्री सिंहदेव ने घोषणा की यदि ऐसा है जैसा कि आपने बताया है और ऐसा किया जा सकता है तो मैं ज़िला पंचायत के तत्कालीन सीईओ समेत पंद्रह कर्मचारियों के निलंबन की घोषणा करता हूँ”