गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक, जिपं CEO बोले- गौठानों में सक्रियता बढ़ाएं
शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं वाली योजनाओं में से एक ‘‘गोधन न्याय योजना‘‘ के अंतर्गत गौठान में संचालित गतिविधियों की समीक्षा बैठक में आज जिला पंचायत CEO देव नारायण कश्यप ने प्रत्येक गौठान की विस्तृत रुप से समीक्षा की।
सुकमा। शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं वाली योजनाओं में से एक ‘‘गोधन न्याय योजना‘‘ के अंतर्गत गौठान में संचालित गतिविधियों की समीक्षा बैठक में आज जिला पंचायत CEO देव नारायण कश्यप ने प्रत्येक गौठान की विस्तृत रुप से समीक्षा की।
उन्होंने समस्त गौठान नोडन अधिकारियों से उनके गौठान में किए जा रहे गोबर खरीदी, वर्मी टांका में गोबर की भराई, उत्पादित वर्मी खाद की मात्रा एवं गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संचालित रोजगार मूलक गतिविधियों आदि की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि “गौठान सुराजी गांव योजना के सफल क्रियान्वयन में मुख्य कारक है। हमें चाहिए कि जमीनी स्तर पर कार्य कर गौठान से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए महिला समूहों के रुचि अनुरुप ही गतिविधियों का चयन करें।
इसके साथ ही गौठान के उत्पाद को जिविकोपार्जन की दृष्टि से, बाजार में विक्रय के उद्देश्य से किसी भी गतिविधि को संचालित करें। संबंधित विभाग के समन्वय और राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के अधिकारियों के सहयोग से समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करें। समूह को मासिक रुप से प्राप्त होने वाली आय ही नोडल अधिकारियों के कार्य कुशलता का प्रमाण है।”
पोर्टल या एप पर दे जानकारी
वहीं गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने गौठानों में गोबर खरीदी को बढ़ाने, समय पर टांका भराई करने और वर्मी खाद की निकासी और विक्रय पर जोर देने के निर्देश नोडल अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि क्रय गोबर की मात्रा पोर्टल / एप पर नियमित रुप से अद्यतन करें। बैठक में सर्व जनपद सीईओ, सहित गौठान नोडल अधिकारी एवं गोधन न्याय योजना के संबंधित अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।