विजय दिवस : राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने देश के वीर जवानों के शौर्य और पराक्रम को नमन
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विजय दिवस के अवसर पर देश के वीर शहीदों को नमन किया है
रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विजय दिवस के अवसर पर देश के वीर शहीदों को नमन किया है, जिन्होंने त्याग एवं बलिदान का अनुपम उदाहरण देते हुए देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राज्यपाल ने कहा है कि 16 दिसंबर विजय दिवस, भारतीय इतिहास और भारतीय सेना के लिए गौरव का दिन है।
वर्ष 1971 में अपने साहस, समर्पण और उच्चकोटि की सैन्य दक्षता और कुशलता के आधार पर, हमारे देश ने ऐतिहासिक विजय हासिल की थी। इसी दिन भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी सेना ने 90 हजार से अधिक सिपाहियों के साथ आत्मसमर्पण किया था। इस विजय से बांग्लादेश का एक पृथक राष्ट्र के रूप में उदय हुआ। इस दिन को भारतीय सेना, बांग्लादेश के लिए शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने तथा इस विजय की अमर गाथा को जवानों और देशवासियों के दिलों में हमेशा जगाए रखने के लिए विजय दिवस के रूप में मनाती है।
इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को विजय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देश के वीर जवानों के शौर्य और पराक्रम को नमन किया है। बघेल ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी के निर्देशन और फील्ड मॉर्शल मॉनेक शॉ के नेतृत्व में भारतीय सेना ने शौर्य और बलिदान की सर्वाेच्च परम्परा का निर्वाह करते हुए अदम्य साहस दिखाया।
युद्ध में 16 दिसम्बर के दिन भारतीय जवानों की जीत हुई और पाकिस्तान के हजारों सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया। इसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के विभाजन से विश्व पटल पर एक नए देश बांग्लादेश का उदय हुआ। यह इंदिरा गांधी के दृढ़ निश्चय और पराक्रमी नेतृत्व का कमाल था। इंदिरा जी न डरीं, न सैनिकों का हौसला कम होने दिया। इस जीत ने हर भारतीय को गौरवान्वित किया। देश सदा इन वीर सपूतों का ऋणी रहेगा।