महिला पंचायत कर्मी को मिली ‘महिला’ होने की सजा, सर इस कारण कर दिया गया तबादला
जहां एक ओर महिलाओं और पुरुषों को एकसमान समझा जाता है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के बालोद में एक ऐसी खबर सामने आ रही है
रायपुर।जहां एक ओर महिलाओं और पुरुषों को एकसमान समझा जाता है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के बालोद में एक ऐसी खबर सामने आ रही है जो यह दर्शाती है कि कुछ लोगों की सोच शायद कभी नहीं बदल सकती. जी हाँ प्रदेश के बालोद में एक ऐसा मामले देखने को मिला जहां एक शासकीय महिला कर्मचारी का तबादला सिर्फ इस कारण किया क्योंकि वह एक महिला है और काम ज्यादा है. साथ ही महिला का तबादला कर उसके जगह एक पुरुष को नियुक्त किया गया.
बता दें की वैसे तो यह मामला एक साल पुराना है, लेकिन इस मामले के सामने आते ही हंगामा मच गया. बताया जा रहा है कि मामले की जानकारी मिलते ही पंचायत और टी. एस. सिंहदेव ने इस मामले का संज्ञान लेकर मामले के जाँच के आदेश दिए है. मामला बालोद जिले के जनपद पंचायत डौंडीलोहारा के भेड़ी गांव का है. यहां पदस्थ एक महिला सचिव का स्थानांतरण आदेश साल 2019 में निकाला गया. जिसमें पंचायत में काम की अधिकता बताते हुए उनकी जगह एक पुरुष सचिव को जिम्मेदारी दे दी गई. बकायदा इसका आदेश जारी किया गया.
मामले की जानकारी पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को हुई तो उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण, गंभीर और आपत्तिजनक बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यह आदेश अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, गंभीर एवं आपत्तिजनक है. इस विषय में संज्ञान लेकर मैंने तुरंत इसकी जांच कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है. इस प्रकार की विचारधारा पूर्णतः अस्वीकार्य है. इस संबंध में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी.” मंत्री जी के ट्वीट के बाद प्रशासनिक हल्कों में हड़कंप मच गया है. जिला पंचायत सीईओ ने जनपद पंचायत डौंडी लोहारा की सीईओ से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है.