दो दिनों के दौरे से वापस लौटे धरमलाल कौशिक, सूखे से लेकर धर्मांतरण पर दिये ये बड़ा बयान
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक 2 दिनों के दिल्ली दौरे से वापस रायपुर लौट चुके हैं।
रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक 2 दिनों के दिल्ली दौरे से वापस रायपुर लौट चुके हैं। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संगठन स्तर पर मुलाकातें हुई है। छत्तीसगढ़ में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई है। प्रदेश के विकास के लिए चर्चा हुई है। दिल्ली दौरा सकारात्मक रहा है।
छत्तीसगढ़ में सूखे को लेकर लगातार आवाज उठा रहे है। सरकार ध्यान नही दे रही है। बिजली समस्या खाद समस्या को लेकर सरकार को जिस दिशा में कदम उठाना चाहिए उस दिशा में काम नही कर पा रही है। सरकार खुद में उलझी हुई है जिससे जनता का नुकसान हो रहा है।
हाथियों के उत्पात पर नेताप्रतिपक्ष ने कहा कि पहले सरकार ने धान खिलाकर हाथियों को शांत करने की बात कही थी। फिर भी हाथी लगातार मर रहे है। लोगो का नुकसान हो रहा है। ऐसे में सरकार हाथियों को धान कहाँ खिला रही है। ऐसा तो नही सरकार सफेद हाथियों को धान खिला रही है। अब यह द्वंद रुकना चाहिए , जन हानि रुकना चाहिए।
संसद की स्थायी कृषि समिति द्वारा गौधन न्याय योजना की तारीफ पर बोले नेता प्रतिपक्ष अधिकांश केंद्रों में गोबर खरीदी बंद है। केवल ऑफिस में बैठकर अगर योजनाए दिखाई जाएं तो कोई भी तारीफ कर देगा। गोबर खरीदी का पेमेंट नही हो रहा है…जमीनी हकीकत कुछ और है।
स्व सहायता महिला समूह के कर्जा माफी की घोषणा पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महिला स्व सहायता समूह के 12 सौ करोड़ रुपए कर्जे में हैं। कांग्रेस ने घोषणा पत्र में कर्ज माफी की बात कही थी। केवल 12 करोड़ रुपये माफ करना ऊंट के मुह में जीरे के समान है। यह सिर्फ राजनीतिक नौटंकी है। अगर माफ करना है तो सबका कर्जा माफ होना चाहिए।
धर्मांतरण मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार धर्मांतरण के पक्ष में हैं। सरकार का काम है इसके खिलाफ कार्रवाई करना।
विपक्ष पर आरोप लगाना सरकार का काम नहीं है। विपक्ष के आरोपो पर सरकार को जांच करानी चाहिए। सुकमा SP के पत्र की भी जांच नही हुई है। क्योकि अगर उसमे तथ्य सही है। उस मामले में अभी तक कार्रवाई क्यो नहीं हुई।.