लाल आतंक के खात्मे का बन रहा टाउनशिप, मिलेगी ये सुविधा
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सली वारदातों के पीड़ितों के लिए हमारे देश में पहली बार एक टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है।
दंतेवाड़ा।आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सली वारदातों के पीड़ितों के लिए हमारे देश में पहली बार एक टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए विशेष रूप से एक टाउनशिप विकसित कर रही है। रोचक बात ये है कि इस टाउनशिप का निर्माण स्वयम आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली ही कर रहे हैं। यहाँ उन्हें बेहतर जीवन जीने के लिए उनकी सुरक्षा के साथ-साथ कुशल प्रशिक्षण के लिए आवास प्रदान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित दंतेवाड़ा बस्तर क्षेत्र के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों में से एक है यहाँ कई बेहद खतरनाक घटनाएं भी हुई हैं। उग्रवादियों को हिंसा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला पुलिस ने आत्मसमर्पण और पुनर्वास अभियान ‘लोन वरातु’ (घर वासपी) के हिस्से के रूप में आत्मसमर्पण करने वालों की सुरक्षा के को देखते हुए टाउनशिप परियोजना की शुरूआत की गयी है।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि इस टाउनशिप में रहने वाले लोगो के लिए कौशल विकास केंद्र का निर्माण किया जाएगा जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके। साथ ही वैज्ञानिक खेती, गो पालन, आदि कार्य भी सिखाये जाएंगे।
एसपी अभिषेक पल्लव ने यह भी बताया कि लोन मर्राटू अभियान, जिसका मतलब है- घर वापसी। इसे एक साल पहले शुरू किया गया था। अब तक 381 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।