रायपुर में हुई लूट का खुलासा, प्रेमी जोड़े ने वारदात को दिया था अंजाम, स्वास्थकर्मी बनकर दिया था झांसा
रायपुर – स्वास्थ्यकर्मी बनकर लूट करने वाले प्रेमी जोड़े को पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये युवक का नाम मोहम्मद इरशाद शफी है,जबकि महिला का नाम आएशा है जो पेशे से सीए है।
कब हुई थी घटना
दरअसल ये पूरी घटना डीडीनगर थाना क्षेत्र के सलासार ग्रीन फ्लैट एफ 605 की है। ग्रहणी धरमशीला वर्मा की शिकायत के मुताबिक, दो जुलाई शुक्रवार की दोपहर साढ़े चार से पांच बजे के बीच हेलमेट पहने एक लड़का और लड़की फ्लैट में पहुंचे। इस दौरान दोनों खुद को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताकर वैक्सीन की दोनों डोज को लेकर सवाल जवाब पूछने लगे। तभी हेलमेट पहने युवक ने पीड़िता महिला को पीने के लिए पानी मांगा। पानी लाने जैसे ही वो अंदर गयी दोनों आरोपी घर के अंदर घुस गये। जब दोनों से महिला ने आईडी मांगा तो आरोपियों ने महिला को धक्का देकर उससे हाथपाई कर नीचे गिरा दिया। उतने में मां की चीखने की आवाज सुनकर कमरे से उसका बेटा निकला, जिससे मारपीट करते हुये आरोपियों ने टॉयलेट में बंद कर दिया। इसके बाद महिला के चेहरे पर स्प्रे छिड़ककर मुंह को रूमाल से दबाकर उसके हाथ पीछे से बांध दिए। आरोपियों ने घर की आलमारी में रखे जेवरात, मोबाइल सहित आईपेड पर हाथ साफ किया और फरार हो गए।
पुलिस ने लिया संज्ञान
घटना को गंभीरता से लेते हुए SSP अजय यादव ने एडिशनल एसपी लखन पटले को आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम बनाकर जाँच शुरू की गई। जाँच के दौरान पुलिस को पता चला कि, दोनों आरोपी महाराष्ट्र के रत्नागिरी में छिपे हुए है, जिसके बाद रायपुर पुलिस ने दोनों को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर राजधानी ले आई है। दोनों के पास से लूट का सामान भी जब्त कर लिया गया है।
क्यों की थी लूट ?
आरोपियों ने पुलिस को बताया प्रार्थिया के पति संजीव कुमार ने आयशा से ऑनलाइन ट्रेडिंग कराई थी लेकिन वो पैसा डूब गया. पैसा वापस मांगने पर संजीव आना कानी करने लगा। पैसे वापस लेने के लिए आयशा ने मंगेतर इरशाद के साथ लूट की योजना बनाई। जिसके लिए वो 1 जुलाई को रायपुर आ गए। फिर किराए पर एक्टिवा लेकर रेकी किए गए घर में पहुंचे और लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट के लिए जिस एक्टिवा का इस्तेमाल उन्होंने किया था उसी ने दोनों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। एक्टिवा की पहचान होने पर पुलिस ने एक्टिवा मालिक से दोनों का नंबर लिया और फिर लोकेशन ट्रैस की। जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।