बांस कर्मकार कल्याण बोर्ड या आयोग बनाने की मांग : हरि शंकर बांसवार
रायपुर| सर्व बसोड़ कंडरा आदिवासी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हरि शंकर बांसवार ने प्रेस के माध्यम से बताया कि आज मोहन मरकाम प्रदेश अध्यक्ष ( प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ़ ) से निवास पर मुलाकात कर समाज की उन्नति और विकास हेतु बांस कर्मकार कल्याण बोर्ड या आयोग बनाये जाने की मांग रखी जिस पर मोहन मरकाम द्वारा आश्वासन दिया गया कि इस विषय पर चर्चा करूँगा और ये अच्छी बात है कि समाज उत्थान और विकास के लिए आयोग बनना चाहिए ।
छत्तीसगढ़ में बसोड़ कंडरा आदिवासी समाज का अपना अलग ही एक परंपरागत व्यवसाय रहा है । जो आदि काल से चला आ रहा है और इतिहास के पन्नो में सिमटा हुआ है जिससे आज भी हमारे समाज के लोगो का जीवन यापन भरणपोषण का एकमात्र साधन बांस कार्य ही है । यह समाज गोड़ समाज से जुड़ा हुआ है और छत्तीसगढ़ की संस्कार को निरंतर आगे बढ़ाते हुये सुपा , झाँपि , टोकनी , पर्रा , पररी , खुमरी , सुपली और बिजना के साथ अन्य कई चीजों का निर्माण करती है ।
बड़े ही हर्ष का विषय है कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार गाँव गरुवा नरवा घुरवा के साथ किसानों और सभी पिछड़े समाजो के हित में काम कर रही है। जिसमे छोटे छोटे जातिगत समाजो के गठन एवं मंडल का निर्माण किया गया है । यह समाज कांकेर में अपने अभ्युदय से ही कांग्रेस के हितों के लिए काम करती आ रही है , इसीलिए समाज आशान्वित है जिस प्रकार छत्तीसगढ़ सरकार बहुत सारे समाजो के हितों को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है ।
उसी प्रकार बंसोड़ कंडरा समाज के संस्कार को जीवित रखने छत्तीसगढ़ के संस्कार और सम्मान को बचाये रखने के लिए इस समाज के प्रगति , उन्नति एवं कल्याण के लिए बांस कर्मकार कल्याण बोर्ड / आयोग का गठन किया जाए । ज्ञापन सौंपने हरि शंकर बांसवार अध्यक्ष व सामाजिक सदस्यगण विक्की बंसोर , पुरुषोत्तम कंडरा , मन्नू कंडरा , पवन बंसोर , दूज बाई , बेदुल बाई , सावित्री कंडरा साथ ही युवा इंटक के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश पांडे जी व अरशद खान उपस्थित थे|