बड़ी खबर: KYC अपटेड करने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी, 3 अंर्तराज्यीय ठग गिरफ्तार
रायपुर| पीड़ित पुलकित पाठक ने थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह पंचधाम मंदिर के सामने टाटीबंध रायपुर में रहता है तथा एशियन पेंट कंपनी मुम्बई में मैनेजर के पद पर पदस्थ है। प्रार्थी वर्तमान में अपने घर टाटीबंध आमानाका रायपुर से ही रहकर आफिस का काम करता है। प्रार्थी के पिता पारसनाथ पाठक उम्र 73 वर्ष रिटायर्ड इंजीनियर है, कि दिनांक 10.06.2021 को दोपहर मोबाईल नंबर पर मोबाईल नंबर 90647-94285 से काॅल आया जिसमें बैंक के.वाय.सी. के संबंध में पूछताछ करने पर प्रार्थी के पिताजी द्वारा एकाउंट डिटेल व सी.आई.एफ. की जानकारी दी गई।
मोबाईल पर करीबन 02 घण्टे तक बात चलती रही अंत में काॅलर द्वारा फोन काट देने तथा मोबाईल पर आये हुये मैसेज को डिलिट करने बोले उसके बाद से प्रार्थी के पिताजी का टाटीबंध शाखा के एस.बी.आई. बैंक के खातों से रकम ट्रांसफर होना शुरू हो गया। दिनांक 11.06.2021 दोपहर तक करीबन 50 से 60 ट्रांजेक्शन के माध्यम से अलग-अलग कुल लगभग 20,00,000/- रूपये की जमा राशि निकाल लिये गये।
पीड़ित दिनांक 11.06.2021 के सुबह करीबन 11ः00 बजे रकम कटने की जानकारी हेतु खाता चेक किया तो रकम कटना दिखाया, उसके बाद मोबाईल नंबर- 98322-05973 से प्रार्थी के पिता के मोबाईल पर पुनः काॅल आया और बोला कि आप लोगों का सिस्टम में प्राबलम की वजह से कटा है एक दिन बाद आपका पैसा वापस आ जायेगा। आप लोगों को श्किायत करने की जरूरत नहीं है। मोबाईल नंबर 90647-94285 एवं 98322-05973 के अज्ञात धारकों द्वारा प्रार्थी के पिता से के.वाय.सी. अपडेट के बहाने जानकारी प्राप्त कर उनके एकाउंट से कुल 20,00,000/- रूपये निकालकर धोखाधडी किया गया।
जिस पर प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना आमानाका में अपराध क्रमांक 123/21 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। लाखों रूपये की ठगी की घटना को पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक अंकिता शर्मा (भा.पु.से.) एवं थाना प्रभारी आमानाका भरत बरेठ को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना आमानाका की संयुक्त टीम का गठन कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी एवं उसके पिता से विस्तृत पूछताछ किया गया। चूंकि रायपुर पुलिस द्वारा पूर्व में भी इसी तरीका वारदात के आधार पर ठगी करने वाले झारखण्ड के जामताड़ा गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई थी। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा तरीका वारदात के आधार पर यह सुनिश्चित कर लिया गया कि ठगी की घटना को जामताड़ा गिरोह के सदस्यों द्वारा ही अंजाम दिया गया है।
जिस पर अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर काॅल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन बैंक खातों में रकम स्थानांतरित किये गये थे, उन बैंक खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से जानकारी प्राप्त की जाकर अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित करने के प्रयास करते हुये ठगी हेतु आये मोबाईल नंबरों के साथ – साथ उनसे संबंधित अन्य कई मोबाईल नंबरों का लगातार विश्लेषण करते हुये अंततः आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली तथा आरोपियों की उपस्थित झारखण्ड जामताड़ा में होना पाया गया।
थाना आमानाका के उपनिरीक्षक राणा सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सायबर सेल की 09 सदस्यीय टीम को झारखण्ड के जामताड़ा रवाना किया गया। टीम द्वारा झारखण्ड जामताड़ा में पड़ताल प्रारंभ करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपियों द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी स्वयं की पहचान छिपाते हुये इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, व बैंक खातों के नाम व पते दूसरों के थे तथा उन मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। जामताड़ा में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना में संलिप्त आरोपी कुंदन दास के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी कुंदन दास को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कुंदन दास से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य दो साथी श्याम दास एवं सतीश दास के साथ मिलकर लाखों रूपये की ठगी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी श्याम दास एवं सतीश दास को भी पकड़ा गया।
घटना का मास्टर माइंड सतीश दास है। आरोपी सतीश दास वर्ष – 2015 में आॅन लाईन ठगी करने की पूरी प्रशिक्षण प्राप्त किया है तथा प्रशिक्षण के दौरान एक कापी में लोगों से बात करने एवं पीड़ितों को झांसे में लेकर उनके खातों से रकम की ठगी करने तक के सारे तरीकों को लिखा है। आरोपी श्याम दास दूसरों के दस्तावेज प्राप्त कर उनके नाम से बैंकों में खाता खुलवाता है तथा खाता धारकों को कमीशन देता है।
खातों में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर सतीश दास का रहता है तथा खातों का ए.टी.एम. कार्ड, पासबुक एवं चेकबुक को भी सतीश दास अपने पास रखता है। आरोपी सतीश दास ठगी हेतु जिन मोबाईल नंबरों का उपयोग किया था वह मोबाईल नंबर भी दूसरे के नाम पर है तथा वेस्ट बंगाल के है।
तीनों आरोपियों की उनकी निशानदेही पर उनके कब्जे से अलग – अलग बैंकों के 09 नग ए.टी.एम. कार्ड, पासबुक, चेकबुक, अलग – अलग कंपनियों के 20 नग सिम कार्ड, 07 नग मोबाईल फोन एवं नगदी 6,000/- रूपये जप्त करने के साथ ही आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये खाते में पीड़ित की ठगी की रकम 6,00,000/- रूपये को फ्रीज्ड़ कराया गया है।
आरोपियों से जप्त अलग – अलग बैंकों के 09 नग ए.टी.एम. कार्ड एवं खातों को भी फ्रीज्ड़ कराया जा रहा है। आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है एवं उनके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रहीं है।
गिरफ्तार आरोपी
01. सतीश दास पिता दखीन दास उम्र 41 साल निवासी मोहलाडीह पोस्ट पबिया थाना नारायणपुर जिला जामताड़ा झारखण्ड़।
02. कुंदन दास पिता भोला दास उम्र 21 साल निवासी कोला कुसमा हरिजन बस्ती मेंझलाडीह थाना सराईढ़ेला जिला धनबाद झारखण्ड।
03. श्याम दास पिता आनंद रविदास उम्र 23 साल निवासी कोला कुसमा हरिजन बस्ती मेंझलाडीह थाना सराईढ़ेला जिला धनबाद झारखण्ड।