राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के क्रियान्वयन में कोरिया जिले ने प्रदेश में प्राप्त किया तीसरा रैंक, कलेक्टर ने स्वास्थ्य टीम को दी बधाई
संवाददाता : अजय गुप्ता
कोरिया| राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के क्रियान्वयन में कोरिया जिले ने छत्तीसगढ़ राज्य में तीसरा रैंक प्राप्त किया है। सरगुजा संभाग के सभी जिलों में से केवल कोरिया जिला प्रथम पांच में स्थान बनाने में सफल हुआ है। 1 जनवरी 2020 से 31 दिसम्बर 2020 की अवधि में प्रत्येक तिमाही में जिले में टीबी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों के मूल्यांकन के बाद पूरे प्रदेश में कोरिया जिले को, बीजापुर एवं सुकमा जिले के बाद सबसे ज्यादा अंक मिले हैं।
कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति कोरिया एसएन राठौर ने कोरिया जिले की इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामेश्वर शर्मा ने भी स्वास्थ्य टीम को बधाई दी और बताया कि जिले में टीबी पर नियंत्रण और जांच के लिए जिले में कार्यरत माइक्रोस्कोपिक सेंटरों की संख्या, संदिग्ध मरीजों की पहचान, उनकी जांच व उपचार की सुविधा, पंजीकृत मरीजों को दिए जाने वाले डीबीटी लाभ, डीआरटी ड्रग एंड रेसिस्टेंट टीबी मरीजों की संख्या, मरीजों के लिए दवाईयों की व्यवस्था और उनके इलाज के फॉलोअप के आधार पर प्रदेश के सभी जिलों में टीबी नियंत्रण कार्यों की रैंकिंग तैयार की गई है।
टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ ए.के. सिंह ने बताया कि जिला चिकित्सालय में सीबीनाट के माध्यम से जांच की जाती है। वर्ष 2020 की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जिले में 4693 स्पुटम जांच की जिसमें 681 मरीज़ों की पहचान की गई। कोरोना महामारी के बावजूद जिले की ट्रीटमेंट सक्सेस रेट 79 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि जिले में मरीजों को एनपीवाय(पोषण योजना) के तहत प्रतिमाह 500 रुपये की राशि दी जाती है। साथ ही ट्राइबल टीबी पेशेंट अलाउंस 750 रुपये दिया जाता है। वर्तमान में जिले में 288 मरीजों का उपचार किया जा रहा है।