18 साल से कम उम्र वाले बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर आज सुनवाई करेगी दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली| देश में 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए 1 मई से टीकाकरण शुरू हो चुका हैं. वहीं अब 18 से कम उम्र वाले बच्चों के लिए टीकाकरण को लेकर भारत में बातचीत जारी है. इस बीच 12 साल की बच्ची ने 12-17 उम्र के लिए वैक्सीन की मांग पर दिल्ली HC का दरवाजा खटखटाया. हाईकोर्ट में केंद्र और दिल्ली सरकार को टीके की मांग को लेकर निर्देश देने के लिए याचिका दायर की है. दिल्ली HC आज इस याचिका पर सुनवाई करेगा.
मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ के समक्ष याचिका में कहा गया है, दिल्ली सहित देश भर के आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल 2021 से मई 2021 के बीच, कोविड 19 से संक्रमित होने वाले युवाओं की संख्या में वृद्धि हुई है. याचिका में कहा गया है, “कई बच्चों के अपने माता-पिता की मौत के कारण अनाथ हो जाने की भी खबरें हैं.
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने भी किया था दावा
इस बीच, उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी के 18-44 आयु वर्ग के निवासियों के लिए कोविड-19 वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर केंद्र और दिल्ली सरकार से जवाब मांगा. मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है.
वहीं अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का दावा है कि उनकी वैक्सीन 12 साल से अधिक उम्र वाले बच्चों पर कारगर है.कंपनी ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी वैक्सीन 12 साल से 17 साल के उम्र वाले बच्चों पर कारगर साबित हुई है. कंपनी द्वारा पहले ही 18 साल से अधिक उम्र वाले बच्चों के लिए वैक्सीन को बाज़ार में उतारा जा चुका है.
फाइजर ने भारत सरकार से मांगी मंजूरी
मॉडर्ना ने 12 से 17 साल के उम्र वाले करीब 3732 बच्चों पर फेज़ 2 और फेज़ 3 का ट्रायल किया. ये सारे ट्रायल अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में किए गए हैं, ट्रायल के बाद सामने आया है कि बच्चों के शरीर में वैक्सीन लगने से इम्युन सिस्टम मजबूत हुआ है, जो वायरस का मुकाबला कर सकता है. वहीं अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारत सरकार से अपने कोविड-19 रोधी टीके के लिए मंजूरी मांगते हुए कहा है कि इसकी वैक्सीन 12 साल और इससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए सुरक्षित और बेहद प्रभावी है,