23 पाँजिटिव आने के बाद ग्रामीणों का नही कर रहे कोरोनो टेस्ट, निडिल और सीरीज को खुला मैदान मे फेके स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी,रानीतालाब ग्रामीणों मे प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
संवाददाता – कामिनी साहू
राजनांदगांव – जिले मे कोरोनो 19 अपना पैर पसाया हुआ है और जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगो को जागरूक और इलाज कर रहे है वही.जहाँ कोरोनो पाँजिटिव मरिजो की संंख्या बढ रही है वहाँ उस क्षेत्र को लाँकडाऊन कर रही है लेकिन वही चिचोला थाना के अंतर्गत रानीतलाब मे कुछ उलटा देखने को मिला।
ग्रामीण रानीतलाब मे लगभग 3 से 4 सौ आबादी वाली गांव है।जहा पर स्वास्थ्य विभाग ने 13 तारीख को 34 लोगो का कोरोनो टेस्ट किया था जिसमे 23 लोगो का रिपोर्ट कोरोनो पाँजिटिव आई थी जिस पर कोरोनो पाँजिटिव मरीज को लेने आज स्वास्थ्य विभाग गांव पहुची थी। जिसमे 23 लोगो मे 2 लोग अभी बाहर है वही लेने आये स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी गांव पहुचने पर ग्रामीणों मे हडकप मच गया जिनकी रिपोर्टर तीन दिनो बाद.आये लेकिन इस 3 दिनो मे ये 23 कोरोनो पाँजिटिव मरीज पूरे ग्रामीणो के सम्पर्क मे रहे। जिसके कारण आज जब स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव रानीतलाब 23 कोरोनो पाँजिटिव को ले पहुची तो ग्रामीणो का कहना था की इस गांव मे सभी लोगो का कोरोनो टेस्ट करना चाहिए और जिनका रिपोर्ट पाँजिटिव आये है उन्हें लेके जाए यहा यही व्यवस्था कर ले और गांव मे लाँकडाऊन कर दे और जो कोरोनो टेस्ट किये निडिल और सीरिज को खुला मैदान मे फेकने का विरोध जाहिर किया लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने ऐसा कुछ नही किया उल्टा थाना से पुलिस और तहसीलदार को बुलाकर ग्रामीणों को धमकाया चमकाया और धारा बताकर डाराया और गाँव मे किसी और लोगों का कोरोनो टेस्ट नही और ना तो गाँव मे लाँकडाऊन किया और 21 कोरोनो पाँजिटिव ग्रामीणो को गाँव से ईलाज के लिए ले गये ।वही ग्रामीण जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है और सवाल भी पुछ रहे है की गाँव मे 23 लोगो का रिपोर्ट कोरोनो पाँजिटिव आने के बाद गांव मै कैम्प लगाकर बाकी लोगों का कोरोनो टेस्ट क्यो नही कर रहे है ,क्यो गांव को लाँकडाऊन क्यो नही कर रही है ,23 ग्रामीण सब गांव मे रहने वालो.के सम्पर्क मे रहे अगर पूरे गाँव के लोग कोरोना पाँजिटिव निकले और किसी की मौत होती है तो जवाबदेही कौन होगा और जो कोरोनो टेस्ट किये है उन निडिल और सिरिज को खुले जगह पर फेके जाने मे कितना नुकसान होगा ऐसे कई सवालों का जवाब ग्रामीण जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से कर रही है और इन्ही बातो को लेकर ग्रामीणों मे आक्रोश बना हुआ है।