लोगो ने कोरोना टीकाकरण का किया खुला विरोध, वैक्सीनेशन से हो रही मौत पर 4 करोड़ रुपयों का माँगा मुआवजा… तीन दर्जन ग्रामीणो ने हस्ताक्षर कर शासन को लिखा पत्र
संवाददाता : कामिनी साहू
राजनांदगाव| एक ओर पूरे देश दुनिया मे कोरोना माहमारी फैला हुआ है वही इनके बचाव के लिए सरकार टीकाकरण और मास्क लगाने पर राज्य सरकार के साथ देश के सरकार जोर लगा रही हैवही हम राजनांदगाव जिले के घोर नक्सली प्रभावित और आदिवासी क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों के गांवो मे कोरोना टीकाकरण का खुला विरोध किया जा रहा है।
बताया जा रहा है की मानपुर ब्लॉक के खुर्सीकला गांव मे बकायदा शासन को ग्रामीणो ने एक पत्र लिखकर कोरोना टीकाकरण के लिए जोर आजमाईश किए जाने पर ऐतराज जताया है वही आदिवासियों का एक बडा भूमकाल संगठन से जुडा हुआ है यह संगठन हिंदू धर्म के रीति _ रिवाजो का बहुत विरोध करता रहा है ।
वही मानपुर के भीतरी गांवो मे कोरोना टीकाकरण नही कराए जाने के लिए एक मुहिम चला रही है राज्य शासन को लिखे पत्र आदिवासियों द्धारा करोडो रूपये का मुआवजा भी मांगा गया है| आदिवासी संगठन का तर्क है की कोरोना वैक्सीनेशन से ही मौत हो रही है जिसपर ग्रामीणो ने शासन को पत्र मे माननीय महोदय से निवेदन की तत्काल की राजनांदगाव जिले मे कोरोना का टीकाकरण अभियान पर तुरंत रोक लगाई जाए एंव टिका लेने के बाद मरने वालो के मृतक परिवार को 5 करोड रूपये स्थायी अपंगता होने पर 4 करोड रूपये ,गंभीर होने वालो को 2 करोड एंव 1 से 19 दिन तक मसकत रहने वालो को 50 लाख रूपये सहायता राशि के सम्बन्ध में तत्काल न्यायालय का आदेश दिलाई लाये एंव उचित जाँच के निर्देश दिए जाए।
बताया जा रहा है की कोरोना टीकाकरण के खिलाफ तीन दर्जन से अधिक ग्रामीणो ने हस्ताक्षर भी किए है इस संबध मे जिले के कलेक्टर टी के वर्मा ने कहा की टीकाकरण का विरोध मे जो तर्क दिए जा रहे है वह अर्थहीन है|उन्होंने कहा की यह सच.है की कोरोना टीकाकरण के बाद कुछ लोगो की मौत हुई है लेकिन उन्हे.दूसरी बीमारियों थी कलेक्टर का कहा है की कोरोना टीकाकरण के 24 घंटो के भीतर साईड इफेक्ट सामने आते है। उन्होंने कहा की आज अंदुरुनी इलाकों में विरोध किए जाने पर लोगो को जागरूक किया जाएगा।