December 30, 2024

लोगों की भावनाओं के अनुरूप हो रहा है गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का विकास:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

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लोगों की भावनाओं के अनुरूप हो रहा है गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का विकास:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए 332 करोड़ 64 लाख रुपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

रायपुर 18 सितंबर 20/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये नवगठित जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को 332 करोड़ रुपए के 208 विकास कार्यों की सौगात दी, जिसमें 84 करोड़ 10 लाख रूपए के 29 कार्यों का लोकार्पण और 248 करोड़ 78 लाख रुपए के 179 कार्यों का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को जिला बनाकर इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने की मंशा थी। 15 अगस्त 2019 को मैंने इसे जिला बनाने की घोषणा की और 10 फरवरी 2020 को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही प्रदेश के एक नए जिला के रूप में अस्तित्व में आया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी क्षेत्र को जिला बना देने से ही वहां का विकास नहीं होता। नए जिले में अधिकारियों की नियुक्ति, नए कार्यालय भी खोलने होते हैं। हमने इस नवगठित जिले के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां के लोग बहुत ही सरल व भोलेभाले हैं। हमने उनकी भावनाओं के अनुरूप ही गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के विकास का बीड़ा उठाया है। आज 332 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास होने के बाद इस जिले के विकास को नई दिशा मिलेगी और जल्द ही तरक्की की राह में यह जिला अग्रसर होगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस वर्ष 10 फरवरी को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के रूप में नया जिला बनने के साथ ही इस क्षेत्र में विकास की रफतार बढ़ी हैमुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जिला बनने के बाद अल्प समय में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही ने अपनी पहचान स्थापित की है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस जिले के विकास के लिए सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल, पंडित माधवराव सप्रे को याद करते हुए कहा कि गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला प्राकृतिक दृष्टिकोण से बहुत ही सुंदर है, यहां अनेक ऐतिहासिक महत्व के धरोहर तथा पर्यटन एवं धार्मिक स्थल है। यहां की सभी ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने का काम किया जाएगा। पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा। मरवाही से ही नर्मदा नदी में पानी जाता है। अरपा नदी भी इस जिले से निकलती है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में ही अरपा महोत्सव का आयोजन करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राजमेरगढ़ और कबीर चबूतरा में 7 करोड़ रुपए की लागत से ईको रिसार्ट, कैफेटेरिया तथा अन्य पर्यटन अधोसंरचना विकसित करने के साथ ही अरपा नदी को स्वच्छ बनाने की दिशा में भी प्रदेश सरकार कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि हमारी सरकार का संकल्प यहां के किसानों, मजदूरों और गरीबों का विकास करना है। हमें यह प्रेरणा विरासत से ही मिली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना काल में जो रचनात्मक नजरिया रखा उसके कारण हम किसानों, मजदूरों, गरीबों, ग्रामीणों, वन आश्रितों को 70 हजार करोड़ रुपए की आर्थिक मदद कर पाए। सरकार बनते ही किसानों के कर्ज माफ करने के साथ, समर्थन मूल्य में धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और मनरेगा के माध्यम से किसानों, मजदूरों को लाभान्वित किया है।  
इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत ने कहा कि हमने तो कभी सपने में नहीं सोचा था कि जिला बनने के बाद गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में एक के बाद एक विकास कार्य होंगे। मरवाही सहित इस क्षेत्र की जनता वर्षों से इसको जिला बनने का सपना देखती रही हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने न सिर्फ गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को जिला बनाया, बल्कि इस क्षेत्र की जनता के विकास के सपने को भी हकीकत में बदलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने नवगठित गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को जरूरत से ज्यादा प्रेम दिया है और विकास की गंगा कैसे बहायी जाती है यह करके बताया है। 

समारोह में विशिष्टि अतिथि जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा आज 332 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन से इस जिले के विकास को नई गति मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नया जिला बनाकर गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को विकास की सौगात देकर कुछ ही समय में इस जिले को तरक्की की राह में आगे बढ़ाया है। समारोह में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत और कलेक्टर श्री डोमन सिंह भी वीडियो कान्फ्रसिंग से जुड़े।

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