नक्सलियों की खोखली विचारधारा और प्रताड़ना से तंग आकर इस खूंखार नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
संवाददाता – संतोष कुमार
बीजापुर: बीजापुर जिले के बासागुड़ा-जगरगुण्डा क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आयी है। जहां एरिया कमेटी के मिलिशिया सदस्य आयतु ने सीआरपीएफ डीआईजी कोमल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज शुक्ला के समक्ष आज आत्मसमर्पण किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आयतु वर्ष 2012 में माओवादी संगठन में शामिल हुआ। जिसके बाद वर्ष 2013 में उसे बासागुड़ा-जगरगुण्डा एरिया कमेटी में मिलिशिया सदस्य की जिम्मेदारी दी गई। इस दौरान आयतु कई नक्सली घटनाओं में सक्रिय था। उसे संगठन में एक पार्टी से दूसरे पार्टी तक चिट्टी पहुचाना, पुलिस बल की रेकी करना एवं आने जाने के रास्ते में आईईडी प्लांट करने की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं वर्ष 2014 में प्लाटून नम्बर नौ विज्जा के टीम के साथ चिन्नागेलुर के जंगलों में पुलिस पार्टी के साथ मुठभेड़ हुई जिसमें दो जवान घायल हुए थे। साथ ही वर्ष 2014 में पुवर्ती के जंगलों में हेलीकाप्टर पर हमले में भी शामिल था। जिसमें एक जवान शहीद हुआ था। इसके अतिरिक्त आयतु के विरूद्ध दो स्थाई वारंट भी थाना बासागुड़ा में लंबित है।
माओवादी संगठन उसे परिवार से मिलने नही देने, माआवादियों की विचारधारा, जीवन शैली एवं भेदभाव पूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर, भारत के सविधान में विश्वास रखते हुये, छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आयतु कारम ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। समर्पण करने पर उसे उत्साहवर्धन के लिए शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् दस हजार रूपये नगद प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया।